Yes Bank's Dhiraj Ahlawat Death Case: SIT शुरू नहीं कर सकी जांच, परिवार ने पुलिस पर उठाए सवाल
सीमा का कहना है कि उनके पति की किसी से दुश्मनी नहीं थी। हो सकता है कि जिस फाइनेंस कंपनी को कुछ लोगों के साथ मिलकर धीरज चला रहे थे उसी से लोन लेने वाले व्यक्ति ने हत्या कराई हो।
गुरुग्राम [ सत्येंद्र सिंह]। यस बैंक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धीरज अहलावत की मौत मामले से रहस्य का पर्दा उठाने के लिए गठित की गई विशेष जांच टीम (एसआइटी ने) मंगलवार को जांच शुरू नहीं कर सकी। दूसरी ओर धीरज की पत्नी सीमा ने पुलिस के लचीले रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। सीमा का कहना है कि उनके पति का किसी ने पहले अपहरण किया फिर हत्या कर शव गायब करने के लिए दिल्ली के हैदरपुर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए आने वाली नहर में डाल दिया था। पत्नी को शक है कि धीरज की हत्या रकम को लेन-देन को लेकर की गई। पुलिस अगर गंभीरता से जांच करे तो हत्या करने या कराने वालों के चेहरे सामने आ सकते हैं। बता दें कि धीरज बैंक की नौकरी करने के अलावा कई लोगों के साथ मिलकर एक फाइनेंस कंपनी भी चला रहे थे।
37 वर्षीय धीरज पत्नी सीमा और पांच साल की बेटी तथा डेढ़ साल के बेटे के साथ रहते थे। कोरोना संक्रमण के चलते वह सप्ताह में एक दो बार बैंक जाते थे और दिनों में घर से ही काम कर रहे थे। पांच अगस्त की शाम वह अपने दोस्त गौरव के साथ पार्क में टहल रहे थे। शाम करीब पांच बजे गौरव व धीरज पार्क से एक साथ निकले। गौरव अपने घर की ओर चले गए जबकि धीरज अपने घर जा रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज में वह पार्क से निकल मुख्य सड़क तक जाते भी दिखाई दिए। बताते हैं कि उनके मोबाइल पर वाट्सएप कॉल आई उसके बाद वह घर की ओर नहीं जाकर आगे बढ़ गए। उसके बाद से वह लापता हो गए। देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर धीरज के पिता राज सिंह ने सेक्टर पचास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। सीमा का कहना है कि थाना पुलिस ने गंभीरता से जांच नहीं की। 12 अगस्त को धीरज का शव दिल्ली के हैदरपुर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को आने वाली नहर के जाल में फंसा मिला।
दिल्ली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखा दिया था। सूचना मिलने के बाद राज सिंह ने बेटे की शव की पहचान की थी। इसके बाद भी सेक्टर पचास थाना पुलिस ने मामले की जांच तेज नहीं कि तो धीरज के स्वजन पुलिस आयुक्त केके राव से मिले तो उन्होंने सोमवार को एसआइटी गठित कर दी। जिसमें सेक्टर 40 क्राइम ब्रांच के प्रभारी इंस्पेक्टर गुणपाल, सेक्टर 50 थाना के एएसआइ चंदगीराम और साइबर क्राइम थाना के हेड कांस्टेबल संदीप शामिल है। धीरज के स्वजन कह रहे अभी तक एसआइटी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
रकम के लेनदेन के चलते कराई गई होगी हत्या
सीमा का कहना है कि उनके पति की किसी से दुश्मनी नहीं थी। हो सकता है कि जिस फाइनेंस कंपनी को कुछ लोगों के साथ मिलकर धीरज चला रहे थे उसी से लोन लेने वाले व्यक्ति ने हत्या कराई हो। पुलिस को इस पहलू से जांच करनी चाहिए। धीरज के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल से भी कई रहस्य खुल सकते हैं। हालांकि धीरज का मोबाइल भी गायब है। नंबर भी पांच अगस्त की शाम से बंद है।
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