डीजीपी ने जेल अधीक्षक से कहा- व्यवस्था बदल दो, नहीं तो मैं बदल दूंगा
डीजीपी ने गारद में लगे सुरक्षा कर्मियों को भी आड़े हाथों लिया। जेल अधीक्षक से तो उन्होंने दो टूक कह दिया व्यवस्था बदल दो, नहीं तो मैं बदल दूंगा।
गुरुग्राम [जेएनएन]। बृहस्पतिवार को भोंडसी जेल का मुआयना करने पहुंचे पुलिस महानिदेशक (जेल) डॉ.केपी सिंह काफी गुस्से में दिखे। उन्होंने जेल अधीक्षक से पहला सवाल यही दागा कि क्या प्रदेश की सभी जेलों में कैदियों के पास से मोबाइल मिलने बंद हो गए हैं या नहीं? इस जेल में मोबाइल के जरिये कैदी क्यों ऑनलाइन रहते हैं? एक अधिकारी ने सफाई में कुछ बोलना चाहा तो डीजी (जेल) ने बात पूरी होने के पहले ही कहा, मैं ऐसे नहीं आया हूं। पूरा होमवर्क करने के बाद आया हूं।
भोंडसी जेल में रोजाना 100 से भी अधिक मोबाइल चालू रहते हैं। इसके अलावा करीब तीन सौ मोबाइल ऐसे हैं, जो कभी-कभी इस्तेमाल किए जाते हैं। डीजीपी ने गारद में लगे सुरक्षा कर्मियों को भी आड़े हाथों लिया। जेल अधीक्षक से तो उन्होंने दो टूक कह दिया व्यवस्था बदल दो, नहीं तो मैं बदल दूंगा।
दैनिक जागरण ने छापी थी खबर
बता दें कि दैनिक जागरण ने करीब दस दिन पहले जेल में चल रहा मोबाइल का खेल शीर्षक से खबर छापी थी। खबर में दो गैंगस्टर तथा एक सजायाफ्ता कैदी पर लगे आरोप को आधार बनाया था। तीनों ने एक आपराधिक मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में बंद रहे युवक से दस लाख की रंगदारी लेने के साथ-साथ ऑडी कार ली थी। इस मामले की शिकायत सेक्टर पांच थाने में दर्ज है।
पुलिस आयुक्त ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी जेल तथा सेशन जज को जेल में हो रही गतिविधियों की जानकारी दी थी, जिसके बाद ही डीजीपी ने जेल का निरीक्षण किया। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि जेल के मेनगेट पर उनका मोबाइल नंबर का डिस्प्ले तुरंत प्रभाव से कर दिया जाए। कोई भी उनके नंबर पर शिकायत कर सकता है, बशर्ते कि शिकायत झूठी ना हो।
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