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Gurugram Municipal Corporation Raid: शिकायतें मिलने पर गुरुग्राम नगर निगम में मंत्री अनिल विज का छापा

Gurugram Municipal Corporation Raid गुरुग्राम नगर निगम में बृहस्पतिवार सुबह शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने छापा मारा है। फिलहाल रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि छापे के दौरान कई सारे अधिकारी नगर निगम से नदारद मिले।

By Jp YadavEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 11:30 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 12:00 PM (IST)
Gurugram Municipal Corporation Raid: शिकायतें मिलने पर गुरुग्राम नगर निगम में मंत्री अनिल विज का छापा
Gurugram Municipal Corporation Raid: शिकायतें मिलने पर गुरुग्राम नगर निगम में मंत्री अनिल विज का छापा

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। गुरुग्राम नगर निगम में बृहस्पतिवार सुबह शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने छापा मारा है। फिलहाल रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि  छापे के दौरान कई सारे अधिकारी नगर निगम से नदारद मिले। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने कार्रवाई की कड़ी में गुरुग्राम नगर निगम कार्यकारी अभियंता धर्मवीर मलिक को रिलीव किया है, जबकि एसडीओ राकेश शर्मा को निलंबित करने का आदेश जारी किया है।

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बता दें कि गुरुग्राम नगर निगम वाले पिछले काफी समय से सीआइडी (गुप्तचर विभाग) के रडार पर भी है। सीआइडी वाल निगम दफ्तर लगातार दो दिन छापे मार चुके हैं। इस दौरान भी संदिग्ध कर्मचारी दफ्तर से ही गायब हो गए थे।

बताया जा रहा है कि पिछले दिनों छापे के दौरान आठ से दस लोगों से अलग-अलग पूछताछ कर भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली गई थे। यहां ये बताना जरूरी है कि गुरुग्राम नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार और रिश्वतखोर कर्मचारी व अधिकारियों की शिकायतें लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय को मिल रही हैं। ऐसे में खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है।

गुरुग्राम और मानेसर नगर निगम की प्रापर्टी टैक्स विग में बन रही नई प्रापर्टी आइडी को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। एक प्रापर्टी आइडी बनाने के एवज में दस से पंद्रह हजार रुपये तक वसूलने की शिकायत मिली है।आरोप है कि सफाई का यह खेल बड़ी ही सफाई से खेला जाता है। मौका निरीक्षण कभी होता है तो अफसरों और ठेकेदारों के पास रटा-रटाया जवाब होता है कि नाला तो साफ हुआ था, लेकिन फिर से कचरा भर गया। हर साल निगम में फर्जी बिलों के भुगतान और काम को लेकर खूब मलाई खाई जाती है और अब तो ये आदत भी बन गई है। नए निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने धांधली रोकने के लिए नालों की सफाई का पूरे साल का मरम्मत एवं रखरखाव का टेंडर करने के लिए कहा, लेकिन एक भी एजेंसी या ठेकेदार ने इसमें रुचि नहीं दिखाई।


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