UC App Fake News: यूसी एप मामले में 18 अगस्त को होगी सुनवाई, फर्जी खबर देख कर कर्मी ने जताई थी आपत्ति
चीनी कंपनी अलीबाबा से संबंधित यूसी वेब मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति पर स्टे देने की मांग मामले में अदालत ने सुनवाई आगे के लिए बढ़ा दी।
गुरुग्राम [सत्येंद्र सिंह]। UC App Fake News: ई-कॉमर्स सेक्टर की चीनी कंपनी अलीबाबा से संबंधित यूसी वेब मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति पर स्टे देने की मांग मामले में अदालत ने सुनवाई आगे के लिए बढ़ा दी। मंगलवार को जिला अदालत में सुनवाई हुई तो कंपनी की ओर से अधिवक्ता ने अदालत में जो वकालतनामा लगाया, उसको लेकर कंपनी के खिलाफ अर्जी देने वाले कंपनी के पूर्व एसोसिएट डायरेक्टर पुष्पेंद्र सिंह परमार के अधिवक्ता ने सवाल खड़े कर दिए।
18 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
दलील दी कि वकालत नामा में कंपनी की ओर से जिसके हस्ताक्षर हैं उनका पूरा पता व जरूरी जानकारी नहीं है। हालांकि कंपनी के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि कंपनी के अधिकारी चीन में रहते हैं ऐसे में इस तरह की दिक्कत आ रही है। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद अदालत ने 18 अगस्त को अगली सुनवाई करने को कहा। यह भी निर्दश दिए कि इसी अंतराल में सभी कार्रवाई पूरी कर ली जाए।
फर्जी खबर देखकर कंपनी जताई थी आपत्ति
बता दें कि 20 जुलाई को अलीबाबा कंपनी से संबंधित यूसी वेब मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व एसोसिएट डायरेक्टर पुष्पेंद्र सिंह परमार ने अदालत में अर्जी डाली है। उनका आरोप है कि कंपनी की एप पर फर्जी खबर देखकर उन्होंने जब आपत्ति जाहिर की तो उन्हें 30 अक्टूबर 2017 को गलत तरीके से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उन्होंने हर्जाने के रूप में दो करोड़ रुपये (लगभग) की मांग की है। पुष्पेंद्र सिंह परमार को आशंका है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद चीनी कंपनी अपनी संपत्ति बेचकर भाग सकती है।
स्टे की मांग
इसके लिए स्टे लगाना आवश्यक है ताकि कंपनी कुछ भी बेच न सके। बता दें कि भारत-चीन के बीच सीमा शुरू होने के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखकर 59 चीनी मोबाइल एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया। पुष्पेंद्र सिंह परमार ने कंपनी से निकाले जाने के खिलाफ अलग से अर्जी डाल रखी है। इसमें अलीबाबा कंपनी के संस्थापक जैक मा सहित 15 को पार्टी बनाया गया है। अब अदालत ने निर्देश दिए हैं कि कंपनी के ओर से जो भी वकालतनामा लगाया जाए उसमें नियमसंगत सभी जानकारी दी जानी चाहिए।