Gurugram Rain: क्या हैं क्यूम्लोनिंबस बादल, जिन्होंने शहर को डुबोया; एक घंटे में 88 मिमी की मूसलाधार बारिश
Gurugram Torrential Rain गुरुग्राम के वजीराबाद में 88 एमएम और गुरुग्राम तहसील क्षेत्र में 62 एमएम वर्षा एक घंटे में हो गई। गुरुग्राम शहर में एक घंटे में ही 88 एमएम तक मूसलाधार वर्षा हो गई। क्यूम्लोनिंबस बादल होने से मध्यम से भारी वर्षा होने बार-बार बिजली कड़कने और तेज हवा के साथ भारी ओलावृष्टि जैसी घटनाएं होती हैं।
संदीप रतन, गुरुग्राम। क्यूम्लोनिंबस बादलों से गुरुग्राम में एक घंटे में ही 88 एमएम तक मूसलाधार वर्षा हो गई। एक घंटे में इतनी वर्षा सीजन में पहली बार हुई है। इससे पहले 11 अगस्त को वजीराबाद में 108 एमएम, गुरुग्राम में 70 एमएम और सोहना में 75 एमएम वर्षा हुई थी। लेकिन यह वर्षा रुक-रुककर हुई थी।
कृषि विज्ञान केंद्र शिकोहपुर (गुरुग्राम) के मौसम विषेशज्ञ डॉ. मंजीत के अनुसार क्यूम्लोनिंबस बादल होने से मध्यम से भारी वर्षा होने, बार-बार बिजली कड़कने और तेज हवा के साथ भारी ओलावृष्टि जैसी घटनाएं होती हैं। क्यूम्लोनिंबस बादल एक ही क्षेत्र में तेजी से बरसने लगते हैं और कुछ ही समय में बहुत ज्यादा वर्षा हो जाती है। लेकिन ऐसा कभी-कभार ही होता है।
दिल्ली-जयपुर हाईवे की सर्विस लेन जलभराव में डूब गई। इससे यहां पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई।
ऐसे बनते हैं क्यूम्लोनिंबस बादल
डॉ. मंजीत ने बताया कि इन बादलों के बनने का कारण ज्यादा गर्मी और वायुमंडल में नमी की मात्रा अधिक होना है। मंगलावार को गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस और नमी की मात्रा सौ प्रतिशत थी। 70 से सौ प्रतिशत के बीच नमी की मात्रा होने तथा गर्मी के कारण क्यूम्लोनिंबस बादल घने होकर बरसने लगते हैं। इन दिनों मानसून धीमी गति से फिर से सक्रिय हुआ है, जिसके कारण प्रदेश के लगभग सभी जिलों में वर्षा हो रही है।
तहसील - कितनी वर्षा हुई (एमएम में)
गुरुग्राम- 62
कादीपुर- 61
हरसरू- 61
वजीराबाद- 88
बादशाहपुर- 55
सोहना- 70
मानेसर- 68
पटौदी- 7
फरुखनगर - 80
प्रदेश में आठ सितंबर तक होगी वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में आठ सितंबर तक हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा होने का अनुमान है। दक्षिण हरियाणा के गुरुग्राम, नूंह, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल में नौ और दस सितंबर तक वर्षा हो सकती है। इसके अलावा सोनीपत, रोहतक, झज्जर और पानीपत में भी इन दिनों हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा होने का अनुमान है। बता दें कि प्रदेश में 15 सितंबर तक मानसून का प्रभाव रहता है।
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वर्षा ने धोया हवा का जहर
वर्षा होने बाद हवा सांस लेने लायक हो गई और एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधर गया। गुरुग्राम में दिन में चार बजे एक्यूआई 54 दर्ज किया गया। पिछले लगभग दो महीने से हो रही वर्षा के कारण एक्यूआई सौ से नीचे दर्ज किया जा रहा है। 50 या इसके आसपास एक्यूआई की स्थिति स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहतर मानी जाती है। इससे पहले 10 और 11 अगस्त को भी एक्यूआई 50 दर्ज किया गया था।