गुरुग्राम के स्कूलों में मिड-डे मील के खाने की होगी जांच, अब अभिभावक भी कर सकेंगे टेस्ट; निर्देश जारी
गुरुग्राम के सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील की जांच होगी जिसके लिए शिक्षा विभाग ने बजट जारी किया है। इस प्रक्रिया में अधिकारी और अभिभावक शामिल होंगे जो ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर सिटी के राजकीय स्कूलों में मिड- डे-मील के खाने की जांच की जाएगी। जांच के लिए विभाग की ओर से बजट भी जारी किया गया है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार यह निर्णय विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हर महीने न केवल अधिकारी बल्कि छात्रों के अभिभावक भी जांच प्रक्रिया में शामिल होंगे। वह खुद खाने को टेस्ट करेंगे और इसके बाद उनसे फीडबैक भी लिया जाएगा।
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि मिड-डे-मील अब चावल बेस्ड हो गया है। तय मैन्यू के अनुसार खाना नहीं भेजा जाता है। अधिकतर दाल-चावल, कढ़ी चावल, मीठे चावल ही भेजे जाते हैं जबकि मैन्यू के हिसाब से मिलेट्स से लेकर तरह-तरह की डिशेज मिड-डे-मील में शामिल की गई हैं।
तिथि भोजन कार्यक्रम भी होंगे आयोजित
स्कूलों में छात्र-छात्राओं के जन्मदिन पर, शिक्षक के जन्मदिन से लेकर शादी की सालगिरह पर तिथि भोजन कार्यक्रम होगा। त्योहारों पर भी इस कार्यक्रम को मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत छात्रों के अभिभावक व स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी शामिल होंगे। मिड-डे-मील में इस दिन खाने के साथ मीठा भी पकाया जाएगा। इसके साथ ही उपस्थित लोगों को स्वेच्छा से खाना पकाने में सहयोग देने के लिए भी कहा जाएगा। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य खाने की गुणवत्ता को लेकर फीडबैक भी देंगे। स्कूलों में रजिस्टर बनाया जाएगा जिसमें अभिभावक खाना खाने के बाद गुणवत्ता संबंधी जानकारी शेयर करेंगे। खाने के दौरान सफाई का पूरा ध्यान रखा जाने के निर्देश दिए गए हैं।
मिड-डे-मील के खाने की जांच के लिए कमेटी बनाई हुई है। इस कमेटी में स्कूल शिक्षक से लेकर छात्रों के अभिभावक भी शामिल हैं। खाने की जांच के बाद ही छात्रों को खाना परोसा जाता है। - सुदेश राघव, खंड शिक्षा अधिकारी

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