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कोरोना महामारी की वजह से अधिकतर विद्यार्थी चुन रहे हैं आनलाइन कक्षा का विकल्प

कोरोना महामारी के बाद राजकीय महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों की कक्षाएं लगनी शुरू हो गई हैं। महाविद्यालय के अधिकतर विद्यार्थियों ने आनलाइन कक्षा का विकल्प चुना है। ऐसे में मंगलवार को केवल 20 प्रतिशत विद्यार्थी ही कक्षा लेने के लिए पहुंचे।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 03:04 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 03:04 PM (IST)
कोरोना महामारी की वजह से अधिकतर विद्यार्थी चुन रहे हैं आनलाइन कक्षा का विकल्प
कोरोना की वजह से अधिकतर स्टूडेंट्स ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से पढ़ना चाह रहे हैं। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। कोरोना महामारी के बाद राजकीय महाविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों की 17 नवंबर से कक्षाएं लगनी शुरू हो गई हैं। महाविद्यालयों ने आनलाइन और आफलाइन कक्षा लगाने के लिए हाल ही में सर्वे किया था उनमें अधिकतर विद्यार्थियों ने आनलाइन कक्षा का विकल्प चुना है।

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दरअसल कोरोना की वजह से अधिकतर माता-पिता के मन में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता है। वो अपने बच्चों को बिना किसी सुरक्षा के नहीं भेजना चाह रहे हैं। इस वजह से अधिकतर पैरंट्स अपने बच्चों को घर से ही ऑनलाइन कक्षा में पढ़ने के लिए कह रहे हैं जिससे वो महामारी की चपेट में आने से बच जाएं। 

राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर-नौ के प्राचार्य डा. सत्यमन्यु यादव ने बताया कि महाविद्यालय के अधिकतर विद्यार्थियों ने आनलाइन कक्षा का विकल्प चुना है। ऐसे में मंगलवार को केवल 20 प्रतिशत विद्यार्थी ही कक्षा लेने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि सप्ताह में किस दिन किस कोर्स के विद्यार्थी को बुलाया जाना है यह महाविद्यालय ने अपने स्तर पर तय कर लिया है। अब विद्यार्थी आनलाइन पढ़ाई करना चाहते हैं या आफलाइन यह उनकी मर्जी है।

राजकीय महिला महाविद्यालय, सेक्टर-14 के प्राचार्य आरके गर्ग ने बताया कि 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को आनलाइन और 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को आफलाइन कक्षाओं के लिए बुलाया गया है। पहले दिन एक हजार विद्यार्थियों को बुलाया गया था लेकिन 50 प्रतिशत की ही उपस्थिति दर्ज की गई है। इनमें से अधिकतर विद्यार्थी वह थे जो दाखिले के लिए अपने दस्तावेज जमा करने के लिए पहुंचे थे। उम्मीद है कि जल्द विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी। 

विद्यार्थियों का कहना है कि शहर में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के कारण महाविद्यालय जाने की बजाय आनलाइन कक्षा लेना चाहते हैं। छात्रा दिव्या ने बताया कि आनलाइन कक्षा में कुछ समस्याएं आती हैं लेकिन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आफलाइन कक्षा ही बेहतर विकल्प है। छात्र मोहित का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते महाविद्यालय जाने में डर लग रहा है। ऐसे में वह आनलाइन पढ़ाई को ही प्राथमिकता दे रहे हैं।

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