लाइफस्टाइल: होम आइसोलेशन में युवतियां पकड़ रही हैं स्किन डिटॉक्स की राह
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इस समय लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऐसे में न तो मेकअप की जरूरत पड़ रही है और न ही स्टाइलिंग की।
गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। आइसोलेशन ने लोगों को कई पुरानी चीजों से जोड़ दिया है और कई लतों से निजात दिला दी है। वो कहावत है ना कि जब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की सभी सीमाएं पार हो जाती हैं तो वह बेहद निर्दयता से इसका बदला लेती है। इस दौरान यही देखने को मिल रहा है।
लाइफस्टाइल में जहां 180 डिग्री का टर्न आ गया है वहीं आधुनिक जीवनशैली की कई चीजों से लोगों को राहत मिली है। उनमें से एक है मेकअप। इस समय लोग भले ही कोरोना से डरे हैं लेकिन फिटनेस व स्किन के लिए इसे बेहतरीन वक्त के तौर पर देख रहे हैं। जहां दिन भर कठोर और रासायनिक मेकअप की परतों के पीछे छिपी चेहरे की त्वचा को शुद्ध हवा नहीं मिल पाती थी, वहीं अब कई दिनों से बिना मेकअप के चेहरे की त्वचा खिलने लगी है।
हो रहा है स्किन डिटॉक्स
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इस समय लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऐसे में न तो मेकअप की जरूरत पड़ रही है और न ही स्टाइलिंग की। बाल और स्किन दोनों बिना मेकअप के हैं। ब्यूटी स्टाइलिस्ट नीना जैन का कहना है कि यह उचित समय है कि हम अपनी आदतें सुधार लें। इस समय लोगों का न तो बाहर निकलना हो रहा है और न ही मेकअप की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में त्वचा को कुछ दिनों के लिए डिटॉक्स करने के लिए छोड़ा जा रहा है। लोग इस ट्रेंड को सोशल मीडिया पर भी शेयर कर रहे हैं।
न प्रदूषण, न ही सनरेज
इस समय लोग आवश्यक स्किन केयर प्रोडक्ट्स भी इस्तेमाल करने से बच रहे हैं। डीएलएफ फेज वन निवासी अदिति कौशिक का कहना है कि वे पूरी तरह से स्किन डिटॉक्स कर रही हैं। हालांकि ब्यूटीशियन सलाह देती हैं कि घर पर भी मॉइश्चराइजर और सन ब्लॉक लगाना चाहिए लेकिन वे पूरी तरह से स्किन को डिटॉक्स करने के लिए फेसवॉश के अलावा कुछ इस्तेमाल नहीं कर रही हैं। उनका कहना है कि न तो गाड़ियां चल रही हैं कि उसके प्रदूषण से त्वचा को बचाना हो और न ही स्किन का सनरेज से कोई एक्सपोजर हो रहा है कि सनस्क्रीन लगाने की जरूरत पड़े।
मेकओवर एक्सपर्ट अवनी शर्मा का कहना है कि इस समय बेहतरीन टाइम है कि स्किन डिटॉक्स को अपनाया जाए। लोग ऐसा कर रहे हैं। लोग सलाह ले रहे हैं कि स्किन डिटॉक्स में क्या-क्या किया जाना चाहिए। ऐसे में हम सलाह दे रहे हैं कि अगर नाइट केयर रुटीन फॉलो कर रहे हैं तो इस समय सबसे ज्यादा प्रभावी साबित होगा, इसके अलावा स्किन को अपने आप ऑक्सीजन लेने दें।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. बिप्लब अग्रवाल का कहना है कि आइसोलेशन में स्किन को हेल्दी करने का अवसर मिल गया है। लोग डिटॉक्स की राह पकड़ रहे हैं, जिसके परिणाम दूरगामी होंगे। बिना मेकअप कुछ दिन रहने से स्किन पर एक प्राकृतिक चमक आ जाएगी जोकि लगातार मेकअप में रहने से खो गई थी। लोग स्किन डिटॉक्स का ट्रेंड अपनाएंगे तो उन्हें खुद ही फायदा मिलेगा।