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गुरुग्राम: यूएसए के लोगों से धोखाधड़ी करने का भंडाफोड़, एंटी वायरस के नाम पर चल रहा था खेल

शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम के प्रभारी इंद्रजीत सिंह को जेएमडी मेगा पॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली। इसके बाद फर्जीवाड़े का खेल पकड़ाया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 06:36 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 06:36 PM (IST)
गुरुग्राम:  यूएसए के लोगों से धोखाधड़ी करने का भंडाफोड़, एंटी वायरस के नाम पर चल रहा था खेल
गुरुग्राम: यूएसए के लोगों से धोखाधड़ी करने का भंडाफोड़, एंटी वायरस के नाम पर चल रहा था खेल

गुरुग्राम [आदित्य राज]। सोहना रोड स्थित जेएमडी मेगापॉलिस मॉल के टावर-डी में संचालित ग्रीन रॉक एंटरप्राइजेज नामक फर्जी कॉल सेंटर का शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने भंडाफोड़ किया। मौके से सेंटर के संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान दिल्ली के हरिनगर निवासी विक्रम वर्मा के रूप में की गई। मौके से चार कंप्यूटर एवं चार लैपटॉप भी कब्जे में लिए गए।

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सेंटर के माध्यम से यूएसए के लोगों से हो रही थी धोखाधड़ी

सेंटर के माध्यम से यूएसए के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही थी। पहले कॉल सेंटर के कर्मचारी लैपटॉप एवं कंप्यूटर में एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर में पॉप-अप के माध्यम से वैधता समाप्ति का मैसेज भेजते थे। फिर ग्राहकों से संपर्क करके एंटीवायरस (बिट, डिफेंडर, कैस्पर स्काई) के साथ ही अन्य सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर बेचते थे।

टीम बनाकर की गई कार्रवाई

शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री उड़नदस्ता गुरुग्राम के प्रभारी इंद्रजीत सिंह को जेएमडी मेगा पॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली। इसके बाद इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। फिर सदर थाना पुलिस व डिटैक लैब की टीम के साथ छापेमारी की गई। जैसी शिकायत मिली थी, ठीक वैसा ही काम चल रहा था।

काफी समय से चल रहा था फर्जीवाड़े का खेल

सेंटर में 38 कंप्यूटर व लैपटॉप लगे हुए थे, जिन पर कर्मचारी काम कर रहे थे। सभी को सेंटर का संचालक विक्रम वर्मा निर्देश दे रहा था। वह एंटीवायरस व अन्य सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर खाते में डाॅलर डलवाने के बारे में बात कर रहा था। जब उसे सेंटर का लाइसेंस या एनओसी दिखाने को कहा गया तो वह कुछ भी पेश नहीं कर सका। फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित से पूछताछ के मुताबिक कर्मचारी रिमोट, एक्सेस सॉफ्टवेयर व कॉल के लिए आइबीम डायलर का प्रयोग करके यूएसए के लोगों को टारगेट करते थे। इसके बाद उनके कंप्यूटर व लैपटॉप से पॉप-अप हटाने व अन्य एंटीवायरस संबंधित कारणों को ठीक करने की एवज में डॉलर लेते थे। पूछताछ से साफ होगा कि अब तक कितने लोगों के साथ ठगी की गई, कितने डॉलर की ठगी की गई आदि।

पुलिस ने कहा

सदर थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि सेंटर संचालक विक्रम वर्मा को शनिवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले भी शहर में कई फर्जी कॉल सेंटर पकड़े जा चुके हैं।


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