गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों पर गरजा बुलडोजर, विभाग के एक्शन से प्रॉपर्टी डीलरों में मचा हड़कंप
Bulldozer Action गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर की कार्रवाई जारी है। डीटीपीई ने रायसीना और अलीपुर इलाके में अवैध रूप से कट रही पांच कालोनियों में तोड़फोड़ अभियान चलाया। इस कार्रवाई में 57 चारदीवारी चार निर्माणाधीन स्ट्रक्चर दो निर्माणाधीन स्ट्रक्चर 15 प्लॉटो की डीपीसी चार प्लॉटों की चारदीवारी को जमींदोज कर दिया गया। इस कार्रवाई से प्रॉपर्टी डीलरों में हड़कंप मच गया।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के जिला नगर योजनाकार इन्फोर्समेंट टीम की तरफ से बुधवार को रायसीना और अलीपुर इलाके में अवैध रूप से कट रही पांच कॉलोनियों में तोड़फोड़ अभियान चलाया गया। डीटीपीई अमित मधोलिया के नेतृत्व में यह कारवाई की गई।
निर्माणाधीन स्ट्रक्चर्स पर चला पीला पंजा
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इन्फोर्समेंट टीम का तोड़फोड़ दस्ता पहले रायसीना गांव में पहुंचा। यहां पर लगभग 60 एकड़ में फार्महाउस की दो अवैध कॉलोनियां काटी जा रही थीं। इसमें टीम ने कारवाई करते हुए 57 चारदीवारी और चार निर्माणाधीन स्ट्रक्चर्स पर पीला पंजा चला दिया।
नौ एकड़ में काटी जा रही थी तीन अवैध कॉलोनियां
इसके बाद टीम ने यहां अलीपुर का रुख किया जहां करीब नौ एकड़ में तीन अवैध कॉलोनियों को काटने का काम किया जा रहा था, इसमें विभागीय टीम ने पावेल पंजा चलाते हुए दो निर्माणाधीन स्ट्रक्चर, 15 प्लॉटो की डीपीसी, चार प्लॉटों की चारदीवारी को जमींदोज कर दिया।
(1).jpg)
इसके बाद तीनों कॉलोनियों के रोड नेटवर्क को भी खोद दिया ताकि कॉलोनी में आवाजाही को रोका जा सके। इस कारवाई के दौरान डीटीपीई अमित मधोलिया के अलावा जूनियर इंजीनियर सचिन, जूनियर इंजीनियर बबीता, शुभम, पारस वोहरा मौजूद रहे। पूरी कार्रवाई के लिए बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट अनीश ग्रोवर उपस्थित रहे।
टाउन प्लानिंग के डीटीपीई अमित मधोलिया ने बताया कि बुधवार को पांच अवैध कॉलोनियों में तोड़फोड़ कार्रवाई की गई हैं। यह तोड़फोड़ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और सभी इलाकों में लगातार सर्वे कराया जा रहा है ताकि शुरुआती स्तर पर ही अवैध कॉलोनियों को चिन्हित कर तोड़फोड़ कारवाई की जा सके। तोड़फोड़ के दौरान उपस्थित लोगों से अपील की गई कि अवैध कॉलोनियों में अपनी जमापूंजी का निवेश न करें।
द्वारका एक्सप्रेसवे के पास निगम नहीं बनाएगा कूड़ा निस्तारण संयंत्र
दौलताबाद गांव के पास नगर निगम गुरुग्राम कूड़ा निस्तारण संयंत्र नहीं बनाएगा। यह जानकारी निगम ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में सुनवाई के दौरान दी। इसके बाद लैंडफिल साइट (कूड़ा निस्तारण संयंत्र) के विरोध में डाली गई याचिका एनजीटी ने खारिज कर दी।
नगर निगम द्वारा लैंडफिल साइट विकसित करने का प्रस्ताव वापस लेने से द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ लगते 99 से 115 सेक्टर व सोसायटियों के लोगों में खुशी का माहौल है।
नगर निगम गुरुग्राम ने दौलताबाद गांव के पास सात एकड़ में शहर का कूड़ा निस्तारण करने के लिए लैंडफिल साइट बनाने की योजना तैयार की थी। सेक्टर 99 से लेकर 115 तथा आसपास की सोसायटी और ग्रामीण इसके विरोध में उतर आए थे। लोगों ने प्रस्तावित लैंडफिल साइट पर धरना देकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
लोगों ने सीएम को दी थी शिकायत
विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों का तर्क था कि दौलताबाद में लैंडफिल साइट बनाए जाने से द्वारका एक्सप्रेसवे का इलाका कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बन जाएगा। लोगों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी अपनी बात रखी थी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी उस समय जिला उपायुक्त को इस लैंडफिल साइट को छोड़कर दूसरी जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए थे। हालांकि इसके बाद भी प्रस्तावित लैंडफिल साइट मामले को लेकर द्वारका एक्सप्रेसवे गुरुग्राम डेवलपमेंट एसोसिएशन ने अधिवक्ता उमा सिंह और सीमा नैन के माध्यम से दो सितंबर 2024 को एनजीटी में याचिका दायर कर दी।
एनजीटी ने इस मामले में नगर निगम गुरुग्राम और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को 19 सितंबर 2024 को नोटिस जारी किया। नौ जनवरी 2025 को नगर निगम गुरुग्राम के स्वच्छ भारत मिशन के संयुक्त आयुक्त ने एनजीटी के सामने पेश होकर जवाब दिया कि नगर निगम ने दौलताबाद गांव में कूड़ा निस्तारण संयंत्र बनाने का निर्णय वापस ले लिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।