शहजाद खान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के भीतर से उठी आवाज
मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी शहजाद खान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के भीतर से ही आवाज बुलंद होने लगी है। मंगलवार को समुदाय के काफी लोगों ने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर शहजाद खान के ऊपर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में सोहना चौक जामा मस्जिद के इमाम जान मोहम्मद एवं जमीयत उलमा गुरुग्राम
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी शहजाद खान के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के भीतर से ही आवाज बुलंद होने लगी है। मंगलवार को समुदाय के काफी लोगों ने जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर शहजाद खान पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वालों में सोहना चौक जामा मस्जिद के इमाम जान मोहम्मद एवं जमीयत उलमा गुरुग्राम सदर के मुफ्ती मोहम्मद सलीम कासमी सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। सभी ने सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा है कि शहजाद खान मुस्लिम समुदाय का नेता नहीं है।
ज्ञापन के मुताबिक वजीराबाद में कुछ ¨हदू युवकों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को नमाज पढ़ने से रोका था। बाद में उनके परिजनों ने माफी मांग ली थी लेकिन शहजाद खान की बयानबाजी से माहौल खराब हो गया। इसके बाद एक मुस्लिम युवक की दाढ़ी जबरन काटने का मामला सामने आया था। यह मामला बड़ा नहीं था लेकिन गलत बयानबाजी कर बड़ा बना दिया गया। इसी तरह शीतला कालोनी में माइक लगाकर नमाज पढ़ने का मामला भी सुलझ जाता लेकिन शहजाद खान की बयानबाजी की वजह से बात बिगड़ गई।
इस बारे में हाजी शहजाद खान का कहना है कि माहौल खराब करने को लेकर उन्होंने कभी भी कोई बयान नहीं दिया। कोई सामने सबूत लेकर आए, वह अपने आपको कानून के हवाले करने को तैयार हैं। वह समाज के एक जिम्मेदार नागरिक हैं। जहां कहीं भी समुदाय के साथ नाइंसाफी होती है, वह आवाज बुलंद करते हैं। जिन लोगों ने उनके ऊपर आरोप लगाए हैं, वे आगे बढ़कर क्यों नहीं मामले को सुलझाते हैं। क्या मामलों को सुलझाना उनकी जिम्मेदारी नहीं?