मैन्यूफैक्चा¨रग इंडस्ट्री को विशेष प्रोत्साहन दे सरकार
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर की वृद्धि दर में कमी आने से उद्योग जगत में काफ
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर की वृद्धि दर में कमी आने से उद्योग जगत में काफी बेचैनी देखी जा रही है। उद्यमियों का कहना है कि इस क्षेत्र की इंडस्ट्री की हालत पहले से ही खराब है। कई प्रकार की चुनौतियों से यह सेक्टर जूझ रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में जो विकास दर 7.9 फीसद थी वह घटकर 4.6 फीसद हो गई है। जो अब तक का सबसे न्यूनतम स्तर है। गुरुग्राम के उद्यमियों का कहना है कि यह काफी ¨चता का विषय है।
गुरुग्राम मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर का बड़ा हब है। यहां ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, गारमेंट और प्लास्टिक, रबड़ व फूड की कई औद्योगिक इकाइयां हैं। जिसमें करीब चार लोगों को प्रत्यक्ष तौर से रोजगार हासिल हुआ है। यह सेक्टर सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है। यदि इसमें किसी प्रकार की कमी आती है तो इसका प्रभाव भी व्यापक रूप से पड़ता है। यही कारण है कि मैन्यूफैक्च¨रग कंपनियों में रोजगार की संभावनाएं दिनों दिन सिमटने लगी हैं। गुड़गांव चैंबर्स एंड कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष रोहित भाटिया का कहना है कि सरकार को इस स्थिति में विशेष रियायत देने की जरूरत है। तभी वह इस प्रकार की जटिल स्थिति से यह सेक्टर निकल सकता है। भाटिया का कहना है कि मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर तमाम संभावनाओं से भरपूर है। इसके बावजूद इसे अब प्रोत्साहन की जरूरत है।
गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीन यादव का कहना है कि गुरुग्राम की मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर में प्रत्यक्ष ही नहीं अप्रत्यक्ष तौर से लाखों लोग जुड़े हैं। इसके कमजोर होने से सभी प्रभावित होंगे। उनका कहना है कि ग्रोथ रेट में गिरावट के तमाम कारण हैं लेकिन जो तात्कालिक कारण हैं, उसमें जीएसटी का नाम लिया जा सकता है। उद्यमी उमेश ¨सह का कहना है कि मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर में गिरावट का भारी नुकसान बड़े वर्ग को उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसमें सुधार के लिए सरकार के एक्शन प्लान के तहत काम करना होगा। कहां कमी हो रही है इसकी गहन पड़ताल कर इसे दूर किया जाए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की कंपनियों को कच्चा माल सस्ते में उपलब्ध कराया जाए। साथ ही सस्ते रेट पर कर्ज भी प्रदान करने की व्यवस्था बनाई जाए।
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मैन्यूफैक्च¨रग क्षेत्र की वृद्धि दर में कमी आना काफी ¨चता का विषय है। इस बारे में केंद्र और प्रदेश सरकार को गहनता से पड़ताल कर कारणों का पता लगाना चाहिए। जिससे उसे समय रहते दूर किया जा सके। इसमें लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद, यमुनानगर और सोनीपत मैन्यूफैक्च¨रग सेक्टर का बड़ा हब है।
विकास जैन, प्रेसिडेंट गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री