मंदिर की भूमि पुलिस विभाग को देने का मामला अदालत पहुंचा
भोंडसी पंचायत द्वारा श्री राम मंदिर कास्थ भूमि को पुलिस विभाग को दिए जाने का मामला अदालत पहुंच गया है। राम मंदिर समति ने याचिका दायर कर पंचायत के फैसले को चुनौती दी।
संवाद सहयोगी, सोहना (गुरुग्राम): भोंडसी पंचायत द्वारा श्री राम मंदिर कास्थ भूमि को पुलिस विभाग को दिए जाने का मामला अदालत पहुंच गया है। राम मंदिर समति ने याचिका दायर कर पंचायत के फैसले को चुनौती दी। गांव के 11 गणमान्य लोगों की कमेटी इस मामले की पैरवी करेगी। भोंडसी वासियों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब यह मामला तूल पकड़ने लगा है।
समिति ने दायर याचिका में उक्त भूमि पर मंदिर का हक होने के साक्ष्य व दस्तावेज पेश किए हैं। इसकी सुनवाई 22 अक्टूबर को होनी है। श्री राम सेवा समिति के प्रधान भागीरथ राघव ने बताया कि जमीन ग्राम पंचायत भोंडसी ने पुलिस विभाग को दे दी थी, जबकि उस पर केवल राम मंदिर का ही हक है। मंदिर की देखरेख व अन्य कार्य उसी जमीन से होने वाली आमदनी से ही चलते है। उक्त जमीन मंदिर की है और मालिकाना हक पंचायत का है।
उन्होंने बताया कि इसका एक मामला वित्तायुक्त की अदालत में विचाराधीन है इसलिए इस जमीन को किसी को भी देने का पंचायत के पास अधिकार नहीं है। ग्रामवासियों के भारी विरोध के सामने मौजूदा सरपंच दुर्गा देवी ने मंदिर की जमीन को पुलिस विभाग को न देने की सहमति तो दी पर पंचायत में शर्त रखी कि उनके खिलाफ जो भी मामले विचाराधीन है, वे वापस लिए जाएं।
बता दें कि भोंडसी ग्राम पंचायत ने 2018 में तीन कैनाल 19 मरला जमीन पुलिस थाना भोंडसी में बनाने के लिए पुलिस विभाग को 57 लाख 70 हजार 713 रुपये में दी थी। इसमें से कुछ जमीन राष्ट्रीय राजमार्ग में चली गई।
पुलिस विभाग ने पंचायत से दी गई जमीन को वापस करने व उक्त राशि पुलिस विभाग में हस्तांतरित करने को कहा, लेकिन इस पर ग्राम सरपंच दुर्गा देवी ने ग्राम सभा व पंचायत के सदस्यों की सहमति के बिना ही राम मंदिर कास्थ जमीन में से तीन कनाल 19 मरला जमीन पुलिस विभाग को देने का प्रस्ताव पारित कर दिया था।
पिछले 15 सालों से भोंडसी पंचायत सरपंच के पद को लेकर सुर्खियों में रही है। भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व सरपंच पर आरोप लगे थे, जिसमें उन्हें जेल तक जाना पड़ा था। सरपंच दुर्गा देवी का कहना है कि उन पर बेवजह आरोप लगाए जा रहे है। मंदिर की जमीन को पुलिस विभाग को दिए जाने के प्रस्ताव पर पंचायत के कई पंचों के हस्ताक्षर हैं फिर भी गांव हित में यह नही है तो वे प्रस्ताव रद करा देंगी।