महासमर: प्रत्याशियों की किस्मत बनाने-बिगाड़ने में महिला मतदाताओं की होगी बड़ी भूमिका
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद कौन होगा यह सुनिश्चित करने में महिला मतदाताओं की बड़ी भूमिका होने वाली है। अब पहले जैसा माहौल नहीं रहा कि महिलाएं अपने घर के पुरुषों के कहने पर यह तय करें कि किसे मत देना है या किसे नहीं।
यशलोक सिंह, गुरुग्राम
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद कौन होगा, यह सुनिश्चित करने में महिला मतदाताओं की बड़ी भूमिका होने वाली है। अब पहले जैसा माहौल नहीं रहा कि महिलाएं अपने घर के पुरुषों के कहने पर तय करें कि किसे मत देना है या किसे नहीं। आज वह इस मामले में वह स्वतंत्र होकर निर्णय लेने लगी हैं कि उन्हें किस राजनीतिक दल और किस प्रत्याशी को अपना मत देना है या किसे नहीं देना है। यही सबसे बड़ी वजह है कि सभी राजनीतिक दलों द्वारा महिला वोटरों को लुभाने के लिए अलग से विशेष रणनीति तैयार की जा रही है। गुड़गांव लोकसभा सीट के अंतर्गत तीन जिलों की नौ विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक महिला मतदाताओं वाला है। इस मामले में गुड़गांव विधानसभा दूसरे नंबर पर है और नूंह विधानसभा सबसे पीछे।
गुड़गांव लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। यहां कुल महिला मतदाताओं की संख्या 1,64,334 है। किसी भी पार्टी के प्रत्याशी की जीत-हार में इनका मत काफी निर्णायक होगा। महिला मतदाता के मामले में बादशाहपुर के बाद गुड़गांव विधानसभा क्षेत्र का स्थान आता है। यहां महिला मतदाताओं की संख्या 1,52,469 है। गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र में सबसे कम महिला मतदाता नूंह विधानसभा क्षेत्र में हैं। यहां इनकी संख्या 75,6,78 है। पटौदी में 97,894, सोहना में 97,809, फिरोजपुर झिरका में 92,283, पुन्हाना में 76,505, बावल में 94,510 व रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र में 1,04,275 महिला मतदाता हैं।
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र में कुल 20,34,384 मतदाता हैं। इनमें से कुल महिला मतदाताओं की संख्या 9,55,757 है। लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पटौदी, बादशाहपुर, गुड़गांव, सोहना, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, बावल व रेवाड़ी विधानसभाएं हैं। पटौदी, बादशाहपुर, गुड़गांव व सोहना विधानसभा क्षेत्र गुरुग्राम जिले में है। नूंह, फिरोजपुर झिरका व पुन्हाना नूंह जिले में और बावल व रेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र रेवाड़ी जिले में पड़ते हैं। गुरुग्राम जिले के गुड़गांव एवं बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में पॉश एरिया भी शामिल हैं। यहां की महिला मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों को लेकर काफी सजग हैं। वह किस पार्टी के प्रत्याशी को मत देंगी, यह निर्णय वह अपने विवेक से लेंगी। डीएलएफ फेज-3 निवासी को शर्मिष्ठा वाधवा का कहना है कि अब वह समय नहीं रहा जब किसी के कहने पर महिलाएं वोट करती थीं। अब राष्ट्र निर्माण में महिलाएं स्वतंत्र रूप से अपनी भूमिका निभा रही हैं।