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नगालैंड पहुंचती थीं एनसीआर से चोरी की लग्जरी गाड़ियां

पिछले कुछ वर्षो के दौरान दिल्ली-एनसीआर से चोरी की गईं अधिकतर लग्जरी गाड़ियां नगालैंड पहुंचीं। वहां से वाहनों पर फर्जी इंजन नंबर व चेसिस नंबर लगाकर आगे बेचा जाता था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 07:45 PM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 08:24 PM (IST)
नगालैंड पहुंचती थीं एनसीआर से चोरी की लग्जरी गाड़ियां
नगालैंड पहुंचती थीं एनसीआर से चोरी की लग्जरी गाड़ियां

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पिछले कुछ वर्षो के दौरान दिल्ली-एनसीआर से चोरी की गईं अधिकतर लग्जरी गाड़ियां नगालैंड पहुंचीं। वहां से वाहनों पर फर्जी इंजन नंबर व चेसिस नंबर लगाकर आगे बेचा जाता था। यह जानकारी चोरी के वाहन खरीदने वाले गिरोह के मुख्य सरगना नगालैंड निवासी किखेतो से पूछताछ में सामने आई है। पूछताछ के मुताबिक वह लगभग 500 लग्जरी वाहन खरीदकर आगे बेच चुका है।

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क्राइम ब्रांच की सेक्टर-10 टीम ने पिछले महीने 17 दिसंबर को द्वारका एक्सप्रेस-वे से वाहन चोरी के दो आरोपितों हिसार जिले के गांव प्याऊं माजरा निवासी अंकित एवं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के गांव केला भट्टा निवासी जलाल को गिरफ्तार करने के बाद अदालत से आठ दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी। दोनों को गुरुग्राम से फा‌र्च्यूनर गाड़ी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

दोनों ने स्वीकार किया था कि फा‌र्च्यूनर गाड़ी को टैब (डिवाइस) से जोड़कर उन्होंने अनलाक कर दिया था। इसके बाद वह गाड़ी को लेकर नगालैंड पहुंचे थे। वहां पर गाड़ी को साढ़े पांच लाख रुपये में बेच दिया था। डिवाइस दो लाख रुपये में खरीदी थी। उनके कब्जे से दो नंबर प्लेट्स, एक डिवाइस, एक मास्टर चाबी सहित कई सामान बरामद किए गए थे। दोनों से पूछताछ में ही चोरी के वाहन खरीदने वाले गिरोह के मुख्य सरगना की पहचान की गई थी।

इसके बाद 21 दिसंबर को मुख्य सरगना व नगालैंड के दीमापुर जिले के मिसिखेतो सिंहरिजन निवासी किखेतो को गिरफ्तार करने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम वहां से छह दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उसे गुरुग्राम पहुंची। 26 दिसंबर को गुरुग्राम अदालत में पेश कर 13 दिन की रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों से चोरी की गई गाड़ियां खरीदता था। इंजन नंबर एवं चेसिस नंबर बदलकर आगे बेच देता था। उसके गिरोह में कई लोग हैं। वह खुद सरगना है।

सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल ने बताया कि सरगना से काफी जानकारी हासिल होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए उसे चार दिन की और रिमांड पर लिया गया है। उसने 50 से अधिक चोरी की गाड़ियां गुरुग्राम व आसपास के इलाकों में भी बेची थीं। रिमांड के दौरान वाहन चोरों से लेकर जिनसे चोरी की गई गाड़ियां बेची गईं, उनके बारे में भी जानकारी हासिल करने का प्रयास किया जाएगा। गुरुग्राम के अलग-अलग थानों में वाहन चोरी के कई मामले दर्ज हैं। उन मामलों के बारे में भी जानकारी हासिल की जाएगी।


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