मतदाताओं ने जातिवाद को नकार राष्ट्रवाद पर लगाई मुहर
जागरण संवाददाता गुरुग्राम प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था। उसी दौरान अधिकतर मतदाताओं ने स्पष्ट संकेत दिया था कि उन्होंने राष्ट्रवाद विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर मतदान किया है। मतगणना से प्राप्त परिणामों ने उनकी बात पर पक्की मुहर लगा दी है। मतदाताओं ने जातिवाद की राजनीति को नकार कर देश को आगे ले जाने की सोच को चुना है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जनता अब पहले जैसी नहीं रही। वह अब हर राजनीतिक दल और नेताओं को अपनी कसौटी पर कसती है। जिस प्रकार से विपक्ष का पूरा प्रचार मोदी हटाओ अभियान पर केंद्रित था और वहीं नरेंद्र मोदी लगातार देश की बात मतदाताओं से करते नजर आए। इसी का परिणाम है कि भाजपा-एनडीए की देशभर में भारी जीत हुई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था। उसी दौरान अधिकतर मतदाताओं ने स्पष्ट संकेत दिया था कि उन्होंने राष्ट्रवाद, विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर मतदान किया है। मतगणना से प्राप्त परिणामों ने उनकी बात पर पक्की मुहर लगा दी है। मतदाताओं ने जातिवाद की राजनीति को नकारकर देश को आगे ले जाने की सोच को चुना है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जनता अब पहले जैसी नहीं रही। वह अब हर राजनीतिक दल और नेताओं को अपनी कसौटी पर कसती है। जिस प्रकार से विपक्ष का पूरा प्रचार मोदी हटाओ अभियान पर केंद्रित था और वहीं नरेंद्र मोदी लगातार देश की बात मतदाताओं से करते नजर आए, उसी का परिणाम है कि भाजपा-एनडीए की देशभर में भारी जीत हुई है।
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र की बात की जाए तो गुरुग्राम जिला में चार विधानसभा क्षेत्र हैं। गुड़गांव व बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में पॉश एरिया सबसे अधिक हैं। यहां के मतदाताओं का रुझान शुरू से ही भाजपा एवं नरेंद्र मोदी की ओर रहा। इनका मत था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता सराहनीय रही।
मल्टीनेशनल कंपनी में अधिकारी विजयराज का कहना है कि जिस प्रकार से चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की मनमानी पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अंकुश लगाया, उससे शहरी मतदाता खासे प्रभावित रहे। आतंकवाद के खिलाफ केंद्र सरकार की निर्णायक जंग के प्रति भी मतदाताओं ने अपना सकारात्मक रुख दिखाया है।
गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाति और क्षेत्र के नाम पर मतदान करने का ट्रेंड नहीं दिखा। लोगों ने भाजपा प्रत्याशी के लिए बड़ी संख्या में मतदान किया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह अलग प्रकार का चुनाव था। यहां पर न जाति की चली और न ही क्षेत्र की। यहां सिर्फ और सिर्फ नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मिले।
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