राजनीति के धुर विरोधी दो दिग्गज एकजुट हुए
राजनीति में कुछ भी संभव है। दोस्त कब दुश्मन हो जाए दुश्मन कब दोस्त बन जाए। ऐसा ही बदलाव भाजपा के दो दिग्गज नेताओं में बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में दिखा। 32 सालों से राजनीति में एक दूसरे के कट्टर विरोधी माने जाने वाले दोनों नेता एकजुट दिखे।
जागरण संवाददाता, बादशाहपुर: राजनीति में कुछ भी संभव है। दोस्त कब दुश्मन हो जाए, दुश्मन कब दोस्त बन जाए। ऐसा ही बदलाव भाजपा के दो दिग्गज नेताओं में बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में दिखा। 32 सालों से राजनीति में एक दूसरे के कट्टर विरोधी माने जाने वाले दोनों नेता एकजुट दिखे। दोनों ने एक दूसरे की तारीफों के पुल बांधे। राजनीतिक मंचों से मनोहर सरकार पर बरसने वाले राव इंद्रजीत ने प्रदेश सरकार के विकास कार्यों की भी सराहना की। पन्ना प्रमुख सम्मेलन का आयोजन कासा बेला गार्डन में किया गया।
इस सम्मेलन में दक्षिण हरियाणा के दो दिग्गज नेता केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने भाजपा के लिए एकजुट होकर एक मंच पार्टी के जिताने की अपील की। दक्षिण हरियाणा में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए इन दोनों नेताओं में शुरू से 36 का आंकड़ा है। इन दोनों नेताओं की आपसी खींचतान किसी से छुपी नहीं है। वैसे तो इनकी पारिवारिक राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता पारिवारिक चली आ रही है। राव इंद्रजीत के पिता राव बिरेंद्र सिंह 1967 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो राव नरबीर सिंह के पिता राव महावीर सिंह ने उनकी सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई। उसके बाद 1987 में राव नरबीर सिंह ने जाटूसना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर राव इंद्रजीत को इस चुनाव में करारी शिकस्त दी। अब दोनों ही नेता भाजपा में हैं। राव इंद्रजीत सिंह गुड़गांव संसदीय सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं।