नॉन-स्टाइलिग बना लेटेस्ट फैशन स्टाइल
रंगों से लेकर फैब्रिक तक में मैचिग ही परफेक्ट फैशन की परिभाषा है लेकिन अब ऐसा नहीं है।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
रंगों से लेकर फैब्रिक तक में मैचिग ही परफेक्ट फैशन की परिभाषा रहा है, लेकिन अब ऐसा नहीं है। फैशनेबल व स्टाइलिश होने के लिए आपको मैचिग की बिलकुल भी जरूरत नहीं है। बदलते फैशन में इस समय मिक्स-मैच पहनावे का दौर आ गया है। अक्सर ठंड के मौसम में लोग अपने आपको स्टाइलिश रखने के लिए मैचिग तलाशते-तलाशते थक जाते हैं। इस प्रक्रिया में बजट हिल जाता है और दो महीने बाद यह कपड़े बॉक्स में चले जाते हैं। इस चीज से बचने के लिए डिजाइनर अब री-कंस्ट्रक्शन से लेकर कपड़ों की मिक्स-मैचिग कर रहे हैं। ऐसे में नॉन-स्टाइलिग को फैशन ट्रेंड के तौर पर देखा जा रहा है। क्या है मिक्स-मैच ट्रेंड
आपके पास बुना हुआ स्वेटर है लेकिन उसपर पहनने के लिए न तो मैचिग स्कार्फ है और न ही सूट करता हुआ लोअर। ऐसे में आप परेशान कि आखिर इन्हें किस तरह पहना जाए। फैशन डिजाइनर नीलांजना मुखर्जी का कहना है कि अब रफ एंड टफ रहना ही ट्रेंड है। अब फैशन का उद्देश्य यह है कि आप अलग दिखें। ऐसे में वे लोगों को सलाह दे रही हैं कि किस तरह से किसी भी परिधान को बिना मैच किए पहना जा सकता है। री-कंस्ट्रक्शन भी है 'इन'
फैशन डिजाइनर रिद्धिमा अरोड़ा का कहना है कि री-कंस्ट्रक्शन भी इसी तरह के फैशन को प्रमोट कर रहा है। यह ट्रेंड इस समय फैशन में 'इन' है। इस तरह के फैशन में लोग केवल कैजुअल ही नहीं, फॉर्मल से पार्टीवियर परिधानों को फिर री-कंस्ट्रक्ट (पुन:र्निर्माण) करके उन्हें नया लुक दिया जा रहा है। शर्ट से टॉप, कुर्ते से टॉप, स्वेटर से जैकेट आदि चीजों के अलावा वैडिग लहंगे तक में इस प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है। ऐसे पहने जा रहे हैं परिधान
मिक्स-मैच परिधानों में लांग स्वेटर, शॉर्ट और क्रॉप टॉप की लेयरिग की जा रही है। साथ ही लेगिग्स की जगह जींस, जैगिग लाइक्रा पैंट्स के साथ पारंपरिक से लेकर मॉडर्न टॉप पहने जा रहे हैं। इसमें कुर्ते पर स्टाइलिश जैकेट, क्रॉप टॉप के साथ जैगिग, एथनिक जैकेट और कोट पहना जा रहा है। फैशन में इस समय एसिमेट्रिक से लेकर क्रॉप टॉप्स को किसी भी तरह के लोअर के साथ पहना जा रहा है। इस समय अपने पसंद के किसी भी रंग और फैब्रिक को पहनने का दौर चल रहा है। ऐसे में मिक्स-मैच करके नए तरह के लेयरिग परिधान भी बनाए जा रहे हैं।
- स्नेहा वर्मा, फैशन डिजाइनर फैशन अब उस स्टेज में आ गया है जहां कि 'नॉन-स्टाइलिग' ही स्टाइल बन रहा है। अब कपड़ों को बिना किसी संयोजन के पहनना और किसी भी फैब्रिक के साथ पेयर करना ट्रेंड बन रहा है। ऐसा केवल कॉलेज गोइंग युवतियां ही करती थी लेकिन अब यह ट्रेंड पार्टियों से लेकर रैंप तक पहुंच गया है।
- वान्या कौशिक, फैशन डिजाइनर