लाइफस्टाइल: देसी संगीत पर विदेशी व्यायाम बन रहा है लेटेस्ट फिटनेस ट्रेंड
जिम और फिटनेस केंद्रों से बाहर आती रॉक पॉप व जैज म्यूजिक की जगह अब शांत और सूदिग म्यूजिक ने ले ली है। इसकी वजह यह है कि अब नए प्रयोगों के तहत फिटनेंस ट्रेंड में बदलाव आ रहा है। फिटनेस को लेकर लोगों में बढ़ती जारूकता ने प्रयोगों को बढ़ावा दिया है।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
जिम और फिटनेस केंद्रों से बाहर आती रॉक, पॉप व जैज म्यूजिक की जगह अब शांत और सूदिग म्यूजिक ले रहा है। इसकी वजह यह है कि अब नए प्रयोगों के तहत फिटनेंस ट्रेंड में बदलाव आ रहा है। फिटनेस को लेकर लोगों में बढ़ती जागरूकता ने प्रयोगों को बढ़ावा दिया है। शोधों में साबित हुआ है कि संगीत के साथ कसरत और भी प्रभावी होती है और शरीर के साथ दिमाग को भी स्वस्थ रखने में संगीत का बड़ा योगदान होता है। इस तरीके की कसरत विदेशी नहीं बल्कि देसी व क्षेत्रीय लोकसंगीत की धुनों पर होती है। सकारात्मक ऊर्जा के लिए हुआ प्रयोग
फिटनेस एक्सपर्ट सीमा का कहना है कि हमारे लोकसंगीत में इतनी मिठास व सकारात्मकता है कि इसके साथ एक्सरसाइज करना अपने आप में सुकूनदायक बन जाता है। उनके मुताबिक जुंबा जैसी चीजों को विदेशी गानों के साथ प्रयोग किया जाता है। ऐसे में उन्होंने लोकसंगीत के साथ इसी तरह का प्रयोग किया, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। फिटनेस विशेषज्ञ और आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. किरण कौशिक के मुताबिक हमारी संस्कृति हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता रखती है। यहां का क्षेत्रीय संगीत सुनने मात्र से स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। अब विशेषज्ञ इस चीज को समझने लगे हैं। देसी संगीत पर विदेशी स्टेप
फिटनेस एक्सपर्ट नाजनीन का कहना है कि इस तरह के फिटनेस तरीके में जो स्टेप्स किए जाते हैं, वह लोकसंगीत की तर्ज पर होते हैं। पंजाबी, राजस्थानी, यूपी, असम, महाराष्ट्र व अन्य स्थानों के लोकसंगीत को बेस बनाकर स्टेप्स तैयार किए जाते हैं। इसमें प्रणायाम से लेकर बॉडी के हर मसल की एक्सरसाइज होती है और संगीत की धुनों के हिसाब से यह डिजाइन की जाती है। देखने में आया कि पावर योगा से लेकर जुंबा तक अंग्रेजी से लेकर फिल्मी गानों पर किया जाता है। ऐसे में बच्चे भी वही सीखते हैं लेकिन फोक म्यूजिक की धुन पर कसरत से बच्चों में भारतीय संस्कृति की जानकारी मिलती है। इसे लोग बहुत पसंद कर रहे हैं।
- सीमा सोनी, फिटनेस एक्सपर्ट लोगों को कुछ नया चाहिए होता है। ऐसे में वे इस तरह के नए फिटनेस तरीकों की तरफ जाते हैं। फोक म्यूजिक पर व्यायाम एक अच्छा तरीका साबित हो रहा है। ऐसे में हर आयुवर्ग के लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
- डॉ. किरण कौशिक, फिटनेस एक्सपर्ट