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बंधवाड़ी के 25 लाख टन कूड़े का होगा निपटान

पिछले सात साल से बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर जमा हो चुके 25 लाख टन कूड़े का जल्द निपटान होने की उम्मीद है। नगर निगम द्वारा इस काम के लिए एक एजेंसी को फाइनल किया जाएगा।

By Digpal SinghEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 01:27 PM (IST)Updated: Sat, 05 Oct 2019 04:33 AM (IST)
बंधवाड़ी के 25 लाख टन कूड़े का होगा निपटान
बंधवाड़ी के 25 लाख टन कूड़े का होगा निपटान

संदीप रतन, गुरुग्राम

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पिछले सात साल से बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर जमा हो चुके 25 लाख टन कूड़े का जल्द निपटान होने की उम्मीद है। नगर निगम द्वारा इस काम के लिए एक एजेंसी को फाइनल किया जाएगा। बृहस्पतिवार को नगर निगम की ईओआइ (रुचि की अभिव्यक्ति) में दिल्ली, इंदौर और अहमदाबाद में काम कर चुकी कई एजेंसियों ने हिस्सा लिया। इन एजेंसी द्वारा कूड़े के निपटान के लिए दिए गए फॉर्मूले की स्टडी की जाएगी।

कम रेट व बेहतर फार्मूले वाली एजेंसी को काम सौंपा जाएगा। एजेंसी से कूड़े का निपटान करवाने से पहले नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) से भी परमिशन ली जाएगी। बता दें कि बंधवाड़ी में कूड़े का पहाड़ बनने और इससे पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए एनजीटी ने सख्ती बरतते हुए शहरी स्थानीय निकाय, प्रदेश सरकार और गुरुग्राम नगर निगम को इस समस्या के जल्द समाधान के आदेश दिए थे।

- 2013 से बंद पड़ा है प्लांट

वर्ष 2013 से बंधवाड़ी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बंद पड़ा है। यहां पर कूड़े का निपटान नहीं होने के कारण कचरे का पहाड़ बन गया है। लगभग 25 लाख टन से ज्यादा कूड़ा इस जगह पड़ा हुआ है। बंधवाड़ी और आसपास के गांवों व अरावली क्षेत्र पर भी दुष्प्रभाव होने के कारण एनजीटी की ओर से कई बार सख्ती बरती जा चुकी है।

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रोजाना पहुंच रहा 1500 मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा

सिर्फ गुरुग्राम ही नहीं, फरीदाबाद के लिए भी कूड़ा समस्या बना हुआ है। गुरुग्राम से लगभग 900 मीट्रिक टन और फरीदाबाद से 600 मीट्रिक टन कूड़ा रोजाना बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर पहुंच रहा है। नया प्लांट लगने में अभी भी लगभग डेढ़ से दो साल और लगेंगे। ऐसे में कूड़ा निपटान की समस्या बढ़ती जा रही है। इको ग्रीन एनर्जी नहीं कर पा रही काम

गुरुग्राम और फरीदाबाद शहर में कचरा प्रबंधन का जिम्मा निजी कंपनी इको ग्रीन एनर्जी के पास है। कंपनी ने 2017 में काम शुरू किया था लेकिन लगभग ढाई साल बाद भी हालात नहीं बदले हैं। 30 से 35 फीसद घरों से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है। कंपनी के पास पर्याप्त गाड़ियां नहीं है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट निर्माण भी कंपनी ने शुरू नहीं किया है। - ईओआइ में कई एजेंसी ने हिस्सा लिया है। जल्द एक एजेंसी को बंधवाड़ी के कूड़े का निपटान करने का कार्य सौंपा जाएगा।

सौरभ नैन, एक्सईएन, नगर निगम गुरुग्राम।


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