उद्योगों के हित में खेड़कीदौला टोल प्लाजा का हटना जरूरी
सरकार द्वारा बार-बार दिये जा रहे आश्वासन के बावजूद खेड़कीदौला टोल प्लाटा को स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। यह टोल प्लाजा उद्योग जगत के लिए किसी नासूर से कम नहीं है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सरकार द्वारा बार-बार दिए जा रहे आश्वासन के बावजूद खेड़कीदौला टोल प्लाजा को स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। यह टोल प्लाजा उद्योग जगत के लिए किसी नासूर से कम नहीं है। औद्योगिक विकास की राह में यह सबसे बड़ा रोड़ा बन गया है। विदेशी निवेश में भी यह लगातार अड़चन बना हुआ है। टोल प्लाजा को स्थानांतरित करने की मांग को लेकर एनसीआर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेगा।
इस बात की जानकारी एनसीआर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एचपी यादव ने दी। उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि एक ही शहर में माल ढुलाई के लिए कई बार टोल देना पड़ता है। टोल वसूली के लिए वाहनों का लंबा जाम टोल प्लाजा पर लगा रहता है। प्रदेश सरकार को इस दिशा में तत्काल निर्णय लेना चाहिए और इसे स्थानांतरित कराने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर बातचीत की जाएगी। टोल पर अक्सर लगने वाले जाम से स्थानीय उद्योगों को कच्चे माल व तैयार माल को एक यूनिट से दूसरी यूनिट तक पहुंचाने में देरी होती है।
गुरुग्राम में अधिकतर आयात व निर्यात करने वाली इकाइयां हैं। जापानी, कोरियाई, चाइनीज व अन्य विदेशी कंपनियों के प्रतिनिधियों पर इस जाम का विपरीत प्रभाव पड़ता है। सरकार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की बात करती है। जबकि इस राह की बड़ी बाधा को नहीं हटाया जा रहा है।