इंडस्ट्री के अनुरूप कौशल विकास के लिए आइटीआइ का सु²ढ़ होना जरूरी
स्ट्राइव परियोजना के अंतर्गत सोमवार को सेक्टर-18 स्थित हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में दो दिवसीय स्टेट कैपेसिटी बिल्डिग वर्कशॉप का आगाज हुआ है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्किल स्ट्रेंथनिग फॉर इंडस्ट्रियल वैल्यू एन्हांसमेंट (स्ट्राइव) परियोजना के अंतर्गत सोमवार को सेक्टर-18 स्थित हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) में दो दिवसीय स्टेट कैपेसिटी बिल्डिग वर्कशॉप का आगाज हुआ है। इसमें देश के पांच राज्यों से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) के प्राचार्य एवं प्रतिनिधि शामिल हुए। स्ट्राइव परियोजना के अंतर्गत पहले चरण में 16 आइटीआइ का चयन किया गया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा के निदेशक प्रभजोत सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम में इस बात पर सबसे अधिक बल दिया गया कि इंडस्ट्री के अनुरूप कौशल विकास के लिए आइटीआइ का सु²ढ़ होना बहुत जरूरी है।
इस वर्कशॉप का मकसद आइटीआइ में क्षमता निर्माण के स्तर बढ़ाना है जिससे यहां प्रशिक्षण लेने वाले पूर्ण रूप से सक्षम व योग्य होकर निकले। मुख्य अतिथि प्रभजोत सिंह ने कहा कि दो दिनों में स्ट्राइव परियोजना के तहत विभिन्न पहलुओं को लेकर यहां चितन किया जा रहा है। इस परियोजना की सफलता के लिए केंद्र सरकार व विश्व बैंक द्वारा सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत देश भर की 500 आइटीआइ को शामिल किया गया है जिनमें 400 सरकारी और 100 निजी आइटीआइ शामिल हैं। यहां प्रशिक्षण को और आधुनिक और बेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। पहले चरण में प्रदेश की 16 आइटीआइ को शामिल किया गया है। जबकि दूसरे चरण की शुरुआत अगले साल से पहली तिमाही में किया जाएगा।
कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के संयुक्त निदेशक संजीव शर्मा ने बताया कि स्ट्राइव केंद्र सरकार की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। पांच वर्षीय इस परियोजना की शुरुआत 2017 में की गई थी जिसका उद्देश्य देशभर के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को कौशल विकास में सक्षम बनाना है। वर्कशॉप के पहले दिन हरियाणा, बिहार, दिल्ली, राजस्थान व चंडीगढ़ (केंद्र शासित प्रदेश) में स्थित आइटीआइ के प्राचार्य एवं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर कोसली के एसडीएम कुशल कटारिया, संयुक्त निदेशक एसडीआइटी संजीव शर्मा, डीजीटी के निदेशक संजय कुमार, आरडीएसडीई हरियाणा से अनिल ग्रोवर, उपनिदेशक आइटीआइ परियोजना बलवंत सिंह, सहायक निदेशक एसडीआइटी से विशाल सोधी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मंगलवार को इस वर्कशॉप का समापन होगा।