अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने का चल रहा प्रयास
जिले में कोरोनाकाल की चुनौतियों का बेहतर तरीके से सामना करने के लिए पुलिस आयुक्त केके राव ने किन-किन विषयों के ऊपर काम करना शुरू किया है इस पर विस्तृत चर्चा
पूरी दुनिया में गुरुग्राम की पहचान है। देश के लगभग सभी राज्यों के ही नहीं बल्कि दुनिया के अधिकतर देशों के लोग यहां रहते हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के निकट है। इन वजहों से सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना हमेशा ही सबसे बड़ी चुनौती रहती है। कोरोना संकट की वजह से काफी लोगों के सामने आर्थिक समस्याएं सामने आ रही हैं। इससे आशंका है कि जिले में अपराध का ग्राफ बढ़ सकता है। कोरोना को देखते हुए सभी बाजार से लेकर मॉल में शारीरिक दूरी का पालन करना बहुत बड़ी चुनौती है। आखिर इन चुनौतियों का बेहतर तरीके से सामना करने के लिए पुलिस आयुक्त केके राव ने किन-किन विषयों के ऊपर काम करना शुरू किया है, ट्रैफिक व्यवस्था से लेकर पुलिसकर्मियों की सक्रियता और अधिक बढ़ाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं सहित कई सवालों को लेकर दैनिक जागरण के आदित्य राज ने उनसे विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत है मुख्य अंश : जिले में अपने दूसरे कार्यकाल में एक महीने के दौरान आपने किन-किन विषयों पर ध्यान दिया?
- एक जुलाई को मैंने पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभाली है। जिम्मेदारी संभालने के दिन से ही अपराध नियंत्रण को लेकर कार्य करना शुरू कर दिया है। मानसून के दौरान सबसे अधिक समस्या ट्रैफिक जाम की आती थी। उसे ध्यान में रखकर ट्रैफिक पुलिस से लेकर सभी थाना पुलिस को निर्देश जारी किया कि जैसे ही यह लगे कि बारिश होने वाली है, सभी मुख्य चौराहों के नजदीक तैनात हो जाएं। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। कई दिन अच्छी बारिश हुई है। कुछ जगहों पर जलभराव के बाद भी ट्रैफिक जाम नहीं लगा। अपराध नियंत्रण के लिए 15 जुलाई से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह 15 अगस्त तक चलेगा। 30 जुलाई तक अभियान के दौरान 103 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 29 कट्टे, 17 देशी पिस्तौल एवं 25 कारतूस बरामद किए जा चुके हैं। इनके अलावा 39 किलो 790 ग्राम गांजा, 515 ग्राम सल्फा, 124 ग्राम चरस, 750 ग्राम भांग की बरामदगी की जा चुकी है। पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। इसकी छानबीन की जा रही है। पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा। बाजारों एवं मॉल में ग्राहकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। क्या तैयारी है?
- सभी संबंधित थाना पुलिस अपने इलाकों के ऊपर नजर रख रही है। यही नहीं सादी वर्दी में भी पुलिस राउंड मारती रहती है ताकि लापरवाही बरतने वालों के ऊपर नजर रखी जा सके। जो लोग बिना मास्क के घर से बाहर निकल रहे हैं, उनका चालान किया जा रहा है। निर्धारित समय के बाद प्रतिष्ठान चलाने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है। शहर से लेकर गांव तक के इलाके में जगह-जगह नाके लगाए गए हैं। उनके माध्यम से केवल अपराधियों के ऊपर ही नहीं बल्कि कोरोना संकट को लेकर जारी निर्देशों का उल्लंघन करने वालों के ऊपर भी नजर रखी जा रही है। इसका व्यापक असर दिख रहा है। नाम मात्र लोग ही नाकों के ऊपर बिना मास्क के काबू किए जाते हैं। जेल में बंद अपराधियों द्वारा धमकी दिए जाने की शिकायत पर क्या कहेंगे?
- जिसके बारे में शिकायत सामने आई, उसके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। अपराधियों के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस का अभियान जारी है। सभी को निर्देश है कि जितने भी मोस्ट वांटेड हैं या वांटेड हैं, सभी को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही भगोड़े अपराधियों एवं आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। शराब एवं मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के ऊपर कड़ी नजर रखी जा रही है। अपराधियों के ऊपर नकेल कसने के लिए कुछ दिन पहले जेल में छापेमारी कराई गई। काफी संख्या में मोबाइल बरामद किए गए। कहने का अभिप्राय यह है कि अपराधियों का नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त हो, इस दिशा में प्रयास चल रहा है। पुलिस आयुक्त के रूप में आप लोगों से क्या अपील करना चाहेंगे?
- मैंने लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि कोरोना संकट से पूरा देश जूझ रहा है। लोग आवश्यकता पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलें। बिना काम के सड़कों पर न निकलें। इसी में उनकी सुरक्षा है। आवश्यकता पड़ने पर यदि कहीं जाते हैं तो वहां पर शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। मास्क पहन ही बाहर निकलें। एक बात और उपद्रव फैलाने का प्रयास न करें। कुछ लोग जानबूझकर उपद्रव फैलाने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। दो दिन पहले उपद्रव करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपील है कि वे ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाएं। शिकायत सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। :: परिचय ::
नाम : केके राव
जन्मतिथि : 2 अगस्त, 1970
शिक्षा : स्नातक
सेवा: 1989 में हरियाणा पुलिस सेवा (एचपीएस) के लिए चयनित हुए। 1996 में भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) का कैडर मिला। सबसे पहले कुरुक्षेत्र में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर ज्वाइन किया था। इसके बाद कई जिलों में रहे। पुलिस अधीक्षक के रूप में कुरुक्षेत्र एवं करनाल सहित कई जिलों में काम किया। उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआइजी) सिक्योरिटी रहे। पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) आइआरबी रहे। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के प्रभारी रहे। गुरुग्राम में पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी संभालने से पहले फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त थे। गुरुग्राम में पुलिस आयुक्त के पद पर यह उनका दूसरा कार्यकाल है।