फिर बढ़ा प्रदूषण, धूल उड़ने से भी हुआ इजाफा
लॉकडाउन के दौरान स्वच्छ हुई अब फिर से प्रदूषित हो गई है।
संदीप रतन, गुरुग्राम
लॉकडाउन के दौरान स्वच्छ हुई हवा अब फिर से प्रदूषित हो गई है। धूल भरी हवा चलने व सड़कों पर वाहनों का दबाव फिर से बढ़ने से हवा जहरीली हो गई है। शहर में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चार जगहों पर लगे प्रदूषक मापक यंत्रों से लिए गए आंकड़ों के मुताबिक हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं है। पिछले 20 दिन से हवा ज्यादा प्रदूषित हुई है। इससे पहले प्रदूषण का स्तर 50 पीएम 2.5 से भी नीचे दर्ज किया जा रहा था। कई सालों के बाद यह आंकड़ा दर्ज किया गया था।
शहर में शनिवार को दोपहर में तीन बजे विकास सदन प्रदूषण मापक यंत्र पर प्रदूषण का स्तर 132, ग्वाल पहाड़ी में 176, टेरीग्राम में 171 और सेक्टर 51 में 238 (पीएम 2.5) दर्ज किया गया। वहीं मानेसर में प्रदूषण का स्तर 134 (पीएम 2.5) रहा। प्रदूषण बढ़ने से खासतौर पर सांस के मरीजों को ज्यादा परेशानी हो रही है। गर्मी ज्यादा होने के कारण धूल व प्रदूषण का गुबार आसमान में छा रहा है। जीएमडीए के यंत्रों से नहीं मिल रहा डाटा
गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) द्वारा शहर में 14 जगहों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इन यंत्रों से रोजाना प्रदूषण की मॉनिटरिंग की जा रही थी, लेकिन पिछले दो सप्ताह से इन यंत्रों से डाटा नहीं मिल रहा है। वाटिका चौक, गुरुग्राम यूनिवर्सिटी, जीएमडीए, सेक्टर 47, सेक्टर 30, सोहना चौक, घोड़ा चौक, कटारिया चौक, हिपा, एटलस चौक, श्याम चौक, शंकर चौक, रेजांगला चौक, टेरी ग्राम और बंधवाड़ी में प्रदूषण मापक यंत्र लगे हैं। यंत्रों में खराबी आने के संबंध में जीएमडीए के स्मार्ट सिटी सलाहकार पीके अग्रवाल से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।