मकान झुकने के मामले में तय होनी चाहिए जिम्मेदारी
सेक्टर-27 46 47 में बीते दिनों बरसात के चलते तीन निर्माणधीन मकानों के झुकने के मामले में प्रशासक द्वारा गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपने की तैयारी कर ली है।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
सेक्टर-27, 46, 47 में बीते दिनों बरसात के चलते तीन निर्माणधीन मकानों के झुकने के मामले में प्रशासक द्वारा गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपने की तैयारी कर ली है। रिपोर्ट में मकान के ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट (ओसी) लेने तक स्ट्रक्चर इंजीनियर की जिम्मेदारी तय करने को लेकर भवन निर्माण नियमों में संशोधन करने की सिफारिश की जा रही है। साथ ही इसमें मकान बनाने वाले ठेकेदार को भी शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
गौरतलब है कि 10 दिन पहले उक्त सेक्टरों में 3 निर्माणाधीन मकानों की नींव में पानी जाने से मकान झुक गए थे। तकनीकी जांच के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के प्रशासक जितेंद्र यादव ने विभाग के अधीक्षण अभियंता सतपाल दहिया की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित कर दी थी। इसमें हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा) के एक प्रोफेसर अभय, कार्यकारी अभियंता महिद्र सिंह यादव, एसडीई सर्वे एसके राणा भी शामिल थे। शुरुआती जांच में कमेटी ने नींव कमजोर होने की वजह से मकान झुकने का कारण बताया था। क्या हैं सुझाव
- स्ट्रक्चर इंजीनियर की जिम्मेदारी तय की जाएगी। अभी केवल स्ट्रक्चर इंजीनियर स्ट्रक्चर डिजाइन कर प्लॉट आवंटी को देता है लेकिन उसके क्रियान्वयन में उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होती। ऐसे में अब भवन निर्माण नियमों में बदलाव के लिए सुझाव दिया गया है जिसके द्वारा मकान के ओसी होने तक स्ट्रक्चर इंजीनियर की जवाबदेही होगी। इसके बाद स्ट्रक्चर में कोई लीपा-पोती की गुंजाइश नहीं होगी।
-ठेकेदार को भी जवाबदेही बनाया जाएगा ताकि वह निर्माण में किसी प्रकार की हल्की सामग्री (सीमेंट-सरिया) का प्रयोग न करें।
-आवंटी द्वारा अपने प्लॉट की मिट्टी परीक्षण (टेस्टिग) भी अनिवार्य करने पर किया जा सकता है विचार। अभी केवल सेक्टर में एक बार परीक्षण करवाने पर उसी तर्ज पर हो जाती है स्वीकृति। मकान झुकने मामले में भविष्य में सुधार के लिए कमेटी सुझावों के साथ अगले दो दिनों में प्रशासक को अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
सतपाल दहिया, अधीक्षण अभियंता, एचएसवीपी