औद्योगिक माहौल में होने लगा सुधार
कोविड-19 महामारी से त्रस्त उद्योग जगत की स्थिति में सुधार के लक्षण नजर आने लगे हैं। उद्यमियों का कहना है कि अब इस बात की संभावना लगातार बलवती होती जा रही है कि औद्योगिक माहौल जल्द ही कोरोना पूर्व की स्थिति में आ जाएगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : कोविड-19 महामारी से त्रस्त उद्योग जगत की स्थिति में सुधार के लक्षण नजर आने लगे हैं। उद्यमियों का कहना है कि अब इस बात की संभावना लगातार बलवती होती जा रही है कि औद्योगिक माहौल जल्द ही कोरोना पूर्व की स्थिति में आ जाएगा। ऑटोमोबाइल एवं फर्नीचर उद्योग में उत्साह लगातार बढ़ रहा है। ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के पास अब 75 फीसद तक ऑर्डर आ चुके हैं। वहीं फर्नीचर की मांग में भी इजाफा हुआ है। वस्त्र निर्मात मामले में भी स्थिति जल्द ही सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है।
देश में कोविड-19 महामारी की दस्तक के साथ ही औद्योगिक माहौल बेपटरी हो गया था। लॉकडाउन के दौरान जिले की हजारों औद्योगिक इकाइयां काफी समय तक बंद रहीं। इनके खुलने के बाद भी कई दिनों तक उद्यमियों को ऑर्डर का इंतजार करना पड़ा। अब कहीं स्थिति में सुधार के बेहतर संकेत नजर आने लगे हैं। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी, दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प, होंडा और सुजुकी मोटरसाइकिल के प्लांटों में उत्पादन शुरू होने के बाद इनकी सहायक कंपनियों को काफी राहत मिली है। अब इनके पास 75 फीसद तक शेड्यूल आ चुके हैं। इसी का परिणाम है कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र की स्थिति में बड़ा सुधार दिखाई दे रहा है।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र से जुड़ी कंपनी सुप्रीम रबर के डायरेक्टर मनोज जैन बताते हैं वाहन निर्माता कंपनियों से सहायक कंपनियों को शेड्यूल मिलने लगा है। इस बात की पूरी संभावना है कि अगस्त में यह शेड्यूल शत प्रतिशत के स्तर तक पहुंच जाएगा। फर्नीचर उद्योग से संबंधित संजीव बंसल का कहना है कि घरेलू स्तर पर मांग में तेजी आई है। निर्यात को लेकर अभी स्थिति पहले ही जैसी है। गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि लेदर और इंजीनियरिग क्षेत्र के उद्योगों में भी सुधार होने लगा है।