बारिश हुई तो फिर जलमग्न होगा आइडीसी एरिया
साइबर सिटी में मानसून किसी भी समय दस्तक दे सकता है। इसे लेकर उन क्षेत्रों में रहने व काम करने वाले लोग काफी परेशान हैं जहां पर बारिश होते ही भारी जलभराव हो जाता है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी में मानसून किसी भी समय दस्तक दे सकता है। इसे लेकर उन क्षेत्रों में रहने व काम करने वाले लोग काफी परेशान हैं, जहां पर बारिश होते ही भारी जलभराव हो जाता है। ऐसा ही एक क्षेत्र है, सेक्टर-14 का औद्योगिक एरिया आइडीसी। यहां हर साल बारिश में जलभराव होता है। इस औद्योगिक क्षेत्र में आवागमन पूरे बारिश के सीजन में बुरी तरह से प्रभावित रहता है। यही नहीं यहां विभिन्न फैक्टरियों के अंदर स्थित मशीनों तक यह पानी पहुंच जाता है। पिछले कई सालों से उद्यमियों द्वारा बरसाती जल निकासी को लेकर मांग की जा रही है। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
आइडीसी गुरुग्राम का सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र है। यहां पर बुनियादी सुविधाओं का भारी अभाव है। सड़क, सीवर, पानी व पार्किंग तक को लेकर समस्या है। उद्यमियों का कहना है कि जलापूर्ति और सीवर के लिए जो पाइप लाइन डाली गई है वह वर्तमान में नाकाफी है। इनके स्थान पर नई और अधिक क्षमता वाली पाइप डालने की जरूरत है। आलम यह है कि इस क्षेत्र में बरसात के पानी को निकालने के लिए कोई इंफ्रास्ट्रक्चर ही नहीं है।
गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआइए) अध्यक्ष जेनए मंगला ने बताया कि आइडीसी क्षेत्र का लेवल महरौली रोड से काफी नीचे है। यही कारण है कि यहां थोड़ी सी बारिश में भी जलभराव हो जाता है। इसे लेकर प्रदेश सरकार, नगर निगम और एचएसआइआइडीसी तक से गुहार लगाया जा चुका है। आश्वासन तो मिला है मगर काम नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में इस बारिश में भी इस क्षेत्र को भारी जलभराव से जूझना पड़ेगा।
आइडीसी क्षेत्र में विभिन्न सेक्टर की 250 से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। इसमें ऑटोमोबाइल, रबर, फर्नीचर व सर्विस इंडस्ट्री की संख्या अधिक है। जीआइए अध्यक्ष ने बताया कि आइडीसी में बरसाती पानी के निकासी के प्रबंध की मांग को लेकर नगर निगम व एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों से लगातार की जा रही है।
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