त्योहारी सीजन में खाद्य तेलों की कीमत में भारी उछाल
त्योहारी सीजन में खाद्य तेलों के भाव में अचानक वृद्धि से ग्राहकों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि जो सरसों का तेल पहले 130 रुपये प्रति लीटर था वह बढ़कर 150 रुपये का हो गया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: त्योहारी सीजन में खाद्य तेलों के भाव में अचानक वृद्धि से ग्राहकों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि जो सरसों का तेल पहले 130 रुपये प्रति लीटर था वह बढ़कर 150 रुपये का हो गया है। तेलों के भाव में इस प्रकार की वृद्धि को नियंत्रित करने को लेकर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
व्यापारियों का कहना है कि वह खुद इस बात से हैरान हैं कि अचानक खाद्य तेलों में इतनी महंगाई आखिर किस कारण से है। त्योहारी सीजन की बात की जाए तो नवरात्र, राम नवमी, दशहरा से लेकर दीपावली और उसके बाद भैया दूज तक के दौरान लोगों के घरों में मिठाइयां और पकवान बनते हैं। इसलिए खाद्य तेलों की मांग बढ़ जाती है। लेकिन ऐसे समय में इनके भाव में वृद्धि आना अच्छा संकेत नहीं है। इससे लोगों की जेब पर भार बढ़ेगा। सदर बाजार में राशन की दुकान पर खरीदारी कर रहे विनोद सैनी का कहना है कि खाद्य तेलों के भाव सुनकर उनके होश उड़ गए। उनके परिवार में सात लोग हैं, हर माह उनके यहां कम से कम पांच लीटर सरसों के तेल की खपत है। उनका कहना है कि पिछले माह वह जिस सरसों के तेल को 130 रुपये प्रति लीटर के भाव में खरीद कर ले जाते थे अब वह सीधे 150 रुपये का हो गया है।
कैनोला तेल की बात की जाए तो यह 20 दिन पहले कीमत 140 रुपये लीटर थी अब यह बढ़कर 180 रुपये लीटर हो गई है। वहीं जो रिफाइंड 100 रुपये लीटर था वह बढ़कर 115 रुपये लीटर हो गया। कारोबारी दीपक का कहना है कि तेलों का ही नहीं देसी काले चने, जिसकी कीमत कुछ दिन पहले 52 रुपये प्रति किलोग्राम थी वह बढ़कर अब सीधे 75 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।