टीम इंडिया की ऐतिहासिक जीत पर तिरंगा लहरा मनाया जश्न
वर्ष 1980 में मास्को ओलिपिक में भारतीय पुरुष हाकी टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद पदकों के सूखे का लंबा दौर चला। अंतत यह सूखा बृहस्पतिवार को टोक्यो ओलिपिक 2020 में दूर हो गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: वर्ष 1980 में मास्को ओलिपिक में भारतीय पुरुष हाकी टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद पदकों के सूखे का लंबा दौर चला। अंतत: यह सूखा बृहस्पतिवार को टोक्यो ओलिपिक 2020 में दूर हो गया। भारत ने जैसे ही जर्मनी को हरा कर कांस्य पदक पर कब्जा किया, नेहरू स्टेडियम में हाकी का प्रशिक्षण ले खिलाड़ियों के खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। सभी ने तिरंगा लहरा कर इस जीत का जश्न मनाया। इन सभी का उत्साह देखते ही बन रहा था। खिलाड़ियों ने कहा कि पांच अगस्त का यह दिन उनके हृदय स्थल पर सदैव के लिए अंकित हो गया है। साइबर सिटी के उद्यमियों ने भी टीम इंडिया को जीत की बधाई दी।
नेहरू स्टेडियम में जश्न से पहले सभी खिलाड़ियों ने भारतीय महिला हाकी टीम के पूर्व कोच एवं वर्ष 1980 मास्को ओलिपिक टीम के सदस्य रहे एमके कौशिक को श्रद्धांजलि दी। खिलाड़ियों ने कहा कि जब सुबह जर्मनी के साथ भारत का मुकाबला शुरू हुआ वह टीवी स्क्रीन से चिपके रहे। जर्मनी जैसी मजबूत टीम के साथ मुकाबला हो और वह रोमांच से भरा न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। यही वजह रही कि अंतिम क्षणों ने सांसे रोककर सभी ने मुकाबले को देखा। जैसे भी भारतीय खिलाड़ियों ने मैच के अंतिम क्षणों में मिले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदला सभी पूरा देश खुशी से झूम उठा।
नेहरू स्टेडियम में जश्न के दौरान पूर्व हाकी प्रशिक्षक फूल कुमार, वीरेंद्र यादव, सुभाष चंद्र, कोच रामपाल, ललित कुमार, कविता सैनी, कुलवंत, अशोक कुमार, सुनील, संदीप, प्रवीण रंगा, जगबीर, अजीत, अशोक दुआ, दीपक राठी, मीनाक्षी सैनी, आलिया खान, पीटीआइ राजेंद्र, जिला खेल अधिकारी जेजी बनर्जी, टीपी शर्मा, महेंद्र सिंह, संजय सैनी, राजेंद्र, निर्मला डागर, राजेश सैनी, हरेंद्र सैनी, मीनाक्षी, सजन दलाल, कृष्ण गोपाल, बिजेंद्र सिंह राणा, राकेश यादव, चरण सिंह देबा, नरेश सैनी, विजय कुमार व शिशुपाल सैनी। मौजूद रहे।
पूर्व हाकी प्रशिक्षक फूल कुमार ने कहा कि भारतीय हाकी टीम ने टोक्यो में जो कारनामा किया है उससे मेरा रोम-रोम प्रफुल्लित हो गया है। खुशी व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्दों की कमी पड़ रही है। सबसे खुशी की बात है कि इस विजेता टीम में मेरा शिष्य सुमित काला भी शामिल है। सुमित ने जिला खेल विभाग के नेहरू स्टेडियम के छात्रावास में रह कर हाकी का प्रशिक्षण प्राप्त किया था।