शिक्षण संस्थानों में मनाया गया ¨हदी दिवस
¨हदी हमारी मातृभाषा है और ¨हदी की महिमा किसी अन्य भाषा से कम कभी नहीं होने देंगे। विदेशी भाषाओं के अतिक्रमण और ¨हदी के प्रति हीन भावना के मन से निकालकर भाषा का खोया सम्मान वापस लाना होगा। इसी तरह का संदेश देते हुए शहर के शिक्षण संस्थानों में आयोजन हुए जिसमें विद्यार्थियों ने ¨हदी की महिमा से लोगों को परिचित करवाया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: ¨हदी हमारी मातृभाषा है और ¨हदी की महिमा किसी अन्य भाषा से कम कभी नहीं होने देंगे। विदेशी भाषाओं के अतिक्रमण और ¨हदी के प्रति हीन भावना को मन से निकालकर भाषा का खोया सम्मान वापस लाना होगा। इसी तरह का संदेश देते हुए शहर के शिक्षण संस्थानों में आयोजन हुए जिसमें विद्यार्थियों ने ¨हदी की महिमा से लोगों को परिचित करवाया।
रेलवे रोड स्थित द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय में ¨हदी विभाग के तत्वावधान में ¨हदी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से एमए ¨हदी के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य और ¨हदी विभाग की अध्यक्ष मीनाक्षी गिरी ने की। छात्र-छात्राओं ने अवसर पर ¨हदी के महत्व को दिखाते हुए कविता पाठ और भाषण प्रस्तुत किया। सुकन्या, आशीष और अक्षय को बेहतरीन प्रस्तुतियों के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर ¨हदी विभाग की डॉ. विनोद बाला, डॉ. मीनाक्षी पांडे, भूगोल विभाग की वरिष्ठ प्रवक्ता अनीता यादव, वीना देवी, डॉ. कविता, दीपक यादव सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान मीनाक्षी पांडे ने कहा ¨हदी भाषा हमारी अपनी भाषा है और इसका ज्ञान रखने में किसी तरह की हीनता नहीं महसूस होनी चाहिए।
रिठौज स्थित राजकीय महाविद्यालय में ¨हदी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस आयोजन दौरान काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। अंत में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय अदलखा ने ¨हदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। कविता पाठ प्रतियोगिता में सुरेश कुमारी पहले व मोनिका दूसरे स्थान पर रहीं। इन विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।