बिना डिग्री प्रैक्टिस कर रहे 'डॉक्टरों' पर होगी कार्रवाई
बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ रही है। मरीजों को कुछ भी बताकर दवा दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मौसमी बीमारियों के साथ ही बिना डिग्री वाले नकली डॉक्टर भी एक समस्या हैं। इन दिनों लोग सर्दी व बुखार की चपेट में आ रहे हैं, जिसका फायदा बगैर डिग्री वाले डॉक्टर उठा रहे हैं। ऐसे डॉक्टर कुछ भी बताकर मरीजों को दवाई दे देते हैं जिससे उनका स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ जाता है। शहर के साथ ही पटौदी, फरुखनगर, हेलीमंडी और सोहना जैसे कस्बों में ऐसे डॉक्टरों की भरमार है। सिविल सर्जन डॉ. जसवंत सिंह का कहना है कि बगैर डिग्री वाले डॉक्टरों को पकड़ने का अभियान तेज किया जाएगा। मरीजों को भी इनसे बचना चाहिए।
सेक्टर-10 सरकारी अस्पताल में ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं, जो पहले बगैर डिग्री वाले डॉक्टरों से इलाज कराकर गंभीर स्थिति में पहुंच चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज सस्ते के चक्कर में ऐसे डॉक्टरों के पास चले जाते हैं। सरकारी अस्पतालों में ऐसे गंभीर मरीजों की संख्या ज्यादा है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. नवीन कुमार का कहना है कि बगैर डिग्री वाले डॉक्टरों की नजर प्रवासी आबादी पर रहती है। ऐसी जगह पर ये अपना ठिकाना जमाते हैं जहां पर जरूरतमंद लोगों की संख्या ज्यादा होती है। यहां के मरीज आसानी से इन डॉक्टरों की पहुंच में होते हैं।