प्रकृति के सानिध्य से ऊर्जावान रहेगा शरीर
हम जितना प्राकृति के सानिध्य में जीएंगे उतना ही हमारा शरीर ऊर्जावान रहेगा और हम रोगों से भी बचे रहेंगे। रविवार को प्रथम राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस मौके पर न्यू कॉलोनी स्थित जितेंद्र बहल पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बताते हुए अथ आर्युधाम के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. परमेश्वर अरोडा ने कहा कि हर व्यक्ति का शरीर पंच भौतिक है अर्थात पांच प्राकृतिक तत्वों यथा आकाश वायु, अग्नि, जल एवं पृथ्वी से मिलकर बना होता है। इस पंच भौतिक शरीर का पोषण पंच भौतिक प्राकृति पर आधारित होता है। इसके लिए मनुष्य को प्रतिदिन खुले आकाश में घुमना शुद्ध वायु में व्यायाम एवं प्राणायायाम आदि क्रियाओं को करना, धूप सेकना, जल से शरीर का शुद्धिकरण क
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : मशहूर आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. परमेश्वर अरोड़ा ने कहा हर व्यक्ति का शरीर पंच भौतिक है अर्थात पांच प्राकृतिक तत्वों यथा आकाश, वायु, अग्नि, जल एवं पृथ्वी से मिलकर बना होता है। इस पंच भौतिक शरीर का पोषण पंच भौतिक प्रकृति पर आधारित होता है। इसके लिए मनुष्य को प्रतिदिन खुले आकाश में घूमना, शुद्ध वायु में व्यायाम एवं प्राणायाम आदि क्रियाओं को करना, धूप सेंकना, जल से शरीर का शुद्धिकरण करना, साफ मिट्टी पर नंगे पांव पैदल चलना एवं मिट्टी के लेप आदि को लगाकर शरीर से हानिकारक पदार्थो को निकालने जैसी क्रियाएं अवश्य करनी चाहिए।
डॉ. अरोड़ा रविवार को प्रथम राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के मौके पर न्यू कॉलोनी स्थित जितेंद्र बहल पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा धूप सेंकने से हमारे शरीर में ऊर्जा भर जाती है एवं साधारण से दिखने वाला मिट्टी का लेप पेट के रोगों को आसानी से ठीक कर देता है। साथ ही मुलतानी मिट्टी से नकसीर ठीक होता है और यह रंगों के प्रभाव से शरीर को ठीक रखने में फायदा करती है।