सिरसा बना टॉपर, पानीपत फिसल कर फिसड्डी हुआ
प्रदेश में ¨लगानुपात के मामले में दो साल से यथास्थिति बरकरार है। 201
अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम
प्रदेश में ¨लगानुपात के मामले में दो साल से यथास्थिति बरकरार है। 2018 में एक हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 914 दर्ज हुई है। 2017 में भी यह संख्या इतनी ही थी। इसके पहले वर्ष 2016 में ¨लगानुपात 900 रहा था। खास बात यह रही कि 2017 में लिंगानुपात के मामले में पहले पायदान पर रहा पानीपत जिला इस बार सबसे फिसड्डी जिलों में शुमार हो गया है।
वर्ष 2018 में सिरसा जिला टॉप पर रहा। वहां प्रति एक हजार लड़कों पर 935 लड़कियों की संख्या दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे खराब लिंगानुपात झज्जर जिले का रहा। वहां एक हजार लड़कों पर मात्र 875 लड़कियों ने जन्म लिया। वर्ष 2017 में 945 ¨लगानुपात के साथ पानीपत जिला प्रथम स्थान पर रहा था। लेकिन 2018 में यहां बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यहां का ¨लगानुपात 900 रहा है। वर्ष 2017 में महेंद्रगढ़ जिला 881 ¨लगानुपात के साथ सबसे पीछे रहा था, अब वहां थोड़े सुधार के साथ 898 ¨लगानुपात दर्ज किया गया है। गुरुग्राम को वर्ष 2017 में 16वां स्थान मिला था और वर्ष 2018 में भी 16वें स्थान पर रहा। जिला लिंगानुपात
सिरसा - 935
करनाल - 934
जींद - 927
सोनीपत - 925
यमुनानगर - 925
कुरुक्षेत्र - 924
पंचकूला - 922
भिवानी - 918
नूंह - 918
फरीदाबाद - 917
अंबाला - 916
कैथल -916
हिसार - 913
पलवल - 912
रेवाड़ी -912
गुरुग्राम - 901
पानीपत - 900
महेंद्रगढ़ - 898
रोहतक - 895
फतेहाबाद - 892
झज्जर - 875