चालीस टीमें करेंगी मच्छर मारने की दवा का छिड़काव
स्वास्थ्य विभाग इस बार डेंगू के खिलाफ कमर कस रहा है। शहर में डेंगू अपने पैर न पसार सके, इसके लिए जमकर मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग तैयारी कर रहा है कि शहर में डेंगू मच्छरों को मारने के लिए 40 से ज्यादा टीमें बनाई जाएगी। जो शहर में दवाओं का छिड़काव करेंगी। जहां पर डेंगू मच्छर पैदा होने का डर होगा। दरअसल शहर में हर वर्ष डेंगू बीमारी इस कदर फैलती है कि सरकार तक परेशान हो जाती है। प्रदेश में गुरुग्राम अकेला शहर है जिसमें सब से ज्यादा डेंगू के मरीज होते हैं। यहां हर वर्ष डेंगू एक महामारी की तरह फैलता है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्वास्थ्य विभाग इस बार डेंगू के खिलाफ कमर कस रहा है। शहर में डेंगू अपने पैर न पसार सके, इसके लिए डेंगू मच्छरों को मारने के लिए 40 से ज्यादा टीमें बनाई जाएंगी, जो शहर में दवा का छिड़काव करेंगी। उच्च अधिकारियों ने इस बार स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को इस बीमारी से निपटने के लिए पहले ही तैयारी करने के आदेश दिए हैं। नगर निगम से स्टाफ व गाड़ियां भी ली जा रही हैं, जो शहर में अलग-अलग जगह जाएंगी। प्लेटलेट्स कम होना डेंगू नहीं :
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. काजल कुमुद का कहना है कि मरीज के 20 से 25 हजार प्लेटलेट्स होने पर चढ़ाने की जरूरत होती है। अगर मरीज को बुखार में 60-70 हजार तक प्लेटलेट्स संख्या पहुंच गई है तो यह जरूरी नहीं है कि यह डेंगू है। डेंगू के बचाव :
-घर के अंदर और आसपास पानी जमा नहीं होने दें।
-किसी भी बर्तन में लंबे समय तक पानी न रखें।
-पानी वाले बर्तन को ढंककर रखें।
-कूलर का पानी हर रोज बदलें।
- आफिस में पूरी बाजू की शर्ट पहनकर जाएं। डेंगू के लक्षण :
. तेज ठंड लगकर बुखार आना
. सिर और आंखों में दर्द होना
. शरीर, जोड़ों में दर्द होना
. भूख कम लगना
.जी मचलाना, उल्टी, दस्त लगना
. शरीर पर लाल धब्बे आना
.गंभीर स्थिति में आंख, नाक से खून आना मेरी अपील है कि लोग बताए गए उपायों पर ध्यान दें। अगर सभी योगदान देंगे तो डेंगू पैदा नहीं हो सकेगा। बीमार होने पर जिला अस्पताल आएं। हमारे पास सभी सुविधा उपलब्ध है। अगर डेंगू शुरुआत में है तो दवाई से ही ठीक किया जा सकता है।
- डॉ. गुलशन अरोडा, सिविल सर्जन