Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरुग्राम में खतरनाक स्तर पर प्रदूषण, AQI 284 दर्ज; कब मिलेगी राहत?

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 11:47 AM (IST)

    गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 284 दर्ज किया गया है। शहर में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी ...और पढ़ें

    Hero Image

    इस तरह स्मॉग में लिपटी नजर आई गुरुग्राम का सेक्टर 99 की गगनचुंबी इमारतें।

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम और मानेसर में शनिवार को वायु गुणवत्ता लगातार बेहद खराब श्रेणी में बनी रही। गुरुग्राम में एयर क्वालिटी इंडेक्स 284 और मानेसर में 254 दर्ज किया गया। शाम तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे लोगों को दिनभर परेशानी हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्तर की खराब हवा सांस और हृदय संबंधी मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शहर में बढ़ते प्रदूषण के पीछे धूल और वाहनों का धुआं प्रमुख कारण हैं। निर्माण स्थलों पर उड़ रही धूल, टूटी सड़कों की मिट्टी और बढ़ते वाहन आवागमन से हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा बढ़ती जा रही है। इससे सुबह और शाम के समय हवा और अधिक जहरीली हो चुकी है।

    एयर क्वालिटी बिगड़ने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फील्ड टीमों को मॉनीटरिंग बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड की टीमें अब प्रमुख यातायात मार्गों, औद्योगिक क्षेत्रों और निर्माण स्थलों पर जांच करेंगी।

    वहीं, संबंधित विभागों को भी सड़क किनारे जमा मिट्टी हटाने और नियमित पानी छिड़काव सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि धूल का स्तर कम हो सके।

    हवा थमी, स्मॉग बढ़ा

    इन दिनों हवा की गति धीमी है, जिससे प्रदूषक कण वातावरण में ही जमीन के समीप अटके हुए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि तेज हवा चलने या हल्की वर्षा होने पर ही प्रदूषण का स्तर नीचे आ सकता है। जब तक मौसम में परिवर्तन नहीं आता, तब तक वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी रहने का अनुमान है।

    सुबह-शाम रखें ध्यान

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सुबह-शाम कम बाहर निकलने, मास्क पहनने और बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाव की अपील की गई है। स्माग के दौरान बाहर खुले में व्यायाम करने आदि से फेफड़ों पर दुष्प्रभाव होता है।

    कंस्ट्रक्शन साइटों पर ग्रेप नियमों के पालन की मॉनीटरिंग की जा रही है। अवहेलना पर जुर्माना लगाने और सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम सहित अन्य संबंधित विभागों को धूल उड़ने से रोकने के निर्देश दिए गए हैं।


    -

    सिद्धार्थ भार्गव, क्षेत्रीय अधिकारी हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड