प्रकाश पर्व पर शबद कीर्तन और गुरबानी से गूंजे गुरुद्वारे
हजूरी रागी कीर्तन भाई सतवीर ¨सह, गुलराज ¨सह, चरणजीत ¨सह पटियाले वाले कीर्तन करेंगे। गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी भाई जनेसर ¨सह कथा विचार करेंगे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल. वाहे गुरुजी का खालसा वाहे गुरुजी की फतेह. सतनाम वाहे गुरु सतनाम वाहे गुरु .। शहर के गुरुद्वारों में शबद कीर्तन की धूम रही। श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। हजूरी रागियों के शबद कीर्तन के स्वरों के बीच लोग गुरु के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते रहे। शहर के गुरुद्वारों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। लोगों ने मत्था टेका। खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोबिंद ¨सह के 352वें प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया।
सदर बाजार स्थित बड़े गुरुद्वारे में हजूरी रागियों कीर्तन भाई दिलबाग ¨सह, अकाल तख्त अमृतसर से आए कीर्तन भाई मनप्रीत ¨सह ने कीर्तन से माहौल संगीतमय अध्यात्म से भर दिया। गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान संतोख ¨सह साहनी के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरुद्वारे में लंगर आयोजित किया गया।
न्यू कॉलोनी स्थित गुरुद्वारे में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान अजीत पाल ¨सह ने कार्यक्रम का आयोजन कराया। हजूरी रागी कीर्तन भाई सतवीर ¨सह, गुलराज ¨सह, चरणजीत ¨सह पटियाले वाले ने कीर्तन किया। गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी भाई जनेसर ¨सह ने कथा विचार गुरबानी सुनाई। काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने आकर यहां मत्था टेका और कीर्तन सत्संग में शामिल हुए। साउथ सिटी गुरुद्वारा, पालम विहार गुरुद्वारा, अर्जुन नगर, मॉडल टाउन, मदनपुरी गुरुद्वारा, डीएलएफ स्थित गुरुद्वारे समेत शहर के सभी गुरुद्वारों में गुरु गोबिंद ¨सह जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में धूमधाम से मनाई गई। शबद कीर्तन और लंगर का आयोजन किया गया। गुरुद्वारों के बाहर मेले जैसा नजारा था लोग एक दूसरे को गले मिलकर प्रकाश पर्व और लोहड़ी की बधाई दे रहे थे।