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    गुरुग्राम की प्यास बुझाने वाली नहर फटी, खेतों में बहा पानी; मिट्टी कटाव की आशंका

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 11:22 AM (IST)

    गुरुग्राम में जीडब्ल्यूएस नहर में दरार आने से जलापूर्ति प्रभावित हुई है। सिंचाई विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुंडाखेड़ा पंप हाउस को बंद कर दिया और ...और पढ़ें

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    गुड़गांव में जीडब्ल्यूएस नहर में दरार आने से जलापूर्ति प्रभावित हुई है। जागरण

    महावीर यादव, बादशाहपुर। सोमवार सुबह चांदू गांव में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास, शहर को पानी सप्लाई करने वाली मेन नहर, गुड़गांव वॉटर सप्लाई (GWS) में अचानक एक बड़ी दरार आ गई, जिससे बड़ी दिक्कत हो गई। यह नहर प्लांट तक लगभग 100 क्यूसेक पानी पहुंचाती है, जो शहर की रोज़ाना की पीने के पानी की सप्लाई का एक बड़ा हिस्सा है। दरार के बाद, सिंचाई विभाग ने तुरंत कार्रवाई की और पानी के बढ़ते प्रेशर से और नुकसान और कटाव को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर मुंडाखेड़ा पंप हाउस को बंद कर दिया।

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    घटना की जानकारी मिलने पर विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मरम्मत का काम शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि नहर में दरार गंभीर है, लेकिन इसे जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा। विभाग ने दावा किया कि शहर की आम जनता को पानी की सप्लाई में कोई रुकावट नहीं आएगी। इसके बजाय, नॉर्मल पानी की सप्लाई पक्का करने के लिए NCR चैनल के ज़रिए प्लांट को लगातार पानी सप्लाई किया जाएगा।

    चांदू और बसई में दो वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट हैं जो शहर के वॉटर सप्लाई सिस्टम को पानी सप्लाई करते हैं। शहर को चंदू से 300 MLD और बसई से 270 MLD पानी मिलता है। दोनों प्लांट को सोनीपत के ककरोई से दो अलग-अलग नहरों से पानी मिलता है। चंदू प्लांट को NCR चैनल से और बसई प्लांट को गुड़गांव वॉटर सप्लाई (GWS) से पानी मिलता है।

    GWS प्लांट को एवरेज 110 क्यूसेक पानी मिलता है, जबकि NCR चैनल से रोज़ाना लगभग 130 क्यूसेक पानी सप्लाई होता है। GWS की पानी सप्लाई 110 क्यूसेक से घटकर 95 क्यूसेक रह गई है। गांव वालों ने बताया कि नहर टूटने से पानी आस-पास के खेतों में फैल गया, जिससे कुछ इलाकों में मिट्टी का कटाव हो गया। समय पर पानी का रास्ता बदलने से और नुकसान होने से बच गया।

    सिंचाई विभाग की टीम ने इलाके को कुछ समय के लिए सुरक्षित कर लिया है और मशीनरी से मरम्मत का काम तेज कर रही है। सिंचाई विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रविंद्र कुमार का कहना है कि अगर मरम्मत के काम में कोई बड़ी रुकावट नहीं आई, तो नहर की सप्लाई जल्द ही नॉर्मल हो जाएगी। मरम्मत का काम शुरू हो गया है। लोगों से अपील है कि वे फालतू अफवाहों पर ध्यान न दें और पानी का सही इस्तेमाल करें।