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सीवर के शोधित पानी से छाएगी हरियाली

सीवर के शोधित पानी से शहर के बड़े पार्कों में हरियाली छाएगी। इसके अलावा तालाब भी पूरे साल पानी से लबालब रहेंगे। इसके लिए जीएमडीए ने तैयारी शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 08:04 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:13 AM (IST)
सीवर के शोधित पानी से छाएगी हरियाली
सीवर के शोधित पानी से छाएगी हरियाली

संदीप रतन, गुरुग्राम

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सीवर के शोधित पानी से शहर के बड़े पार्कों में हरियाली छाएगी। इसके अलावा तालाब भी पूरे साल पानी से लबालब रहेंगे। इसके लिए गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) ने तैयारी शुरू कर दी है। भूजल दोहन को कम करने व पेड़-पौधों की सिचाई में नहरी पानी का उपयोग नहीं करने के लिए सीवेज का शोधित पानी इस्तेमाल करने पर जोर दिया जा रहा है।

पानी की कमी के कारण गुरुग्राम व आसपास का क्षेत्र काफी साल पहले डार्क जोन घोषित किया जा चुका है। शहर में 800 पार्क नगर निगम के अधीन हैं। इसके अलावा महाराणा प्रताप लेजरवैली पार्क और बायोडायवर्सिटी पार्क जैसे बड़े पार्क भी है। इनमें पौधों की सिचाई में पानी की खपत भी ज्यादा है। शोधित पानी के इस्तेमाल से पानी की बर्बादी भी रुकेगी।

पाइप लाइन बिछाई जाएगी

बॉटेनिकल गार्डन सेक्टर 52 ए से बायोडायवर्सिटी पार्क एमजी रोड तक सीवर का शोधित पानी पहुंचाने के लिए करीब दस से बारह किलोमीटर लंबी लाइन बिछाई जाएगी। जीएमडीए की ओर से लाइन बिछाने पर लगभग 644 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। बॉटेनिकल गार्डन में सीवेज का शोधित पानी स्टोर करने के लिए भूमिगत टैंक बनाए हुए हैं। इन टैंक में बहरामपुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित पानी पहुंच रहा है। दो गांवों के तालाबों में भरा जाएगा पानी

वजीराबाद और सिकंदरपुर गांव के तालाब को सीवर के शोधित पानी से लबालब होंगे। इसके लिए तालाबों तक भी पाइप लाइन बिछाई जाएगी, ताकि सालभर तालाबों में पानी की कमी न हो। तालाबों में पानी रहने से आसपास के क्षेत्र का भूजल स्तर भी सुधरेगा।

- पार्कों में सीवेज के शोधित पानी के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। जल्द बायोडायवर्सिटी पार्क तक नई पाइप लाइन बिछाई जाएगी।

प्रदीप कुमार, मुख्य अभियंता जीएमडीए।


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