रैन बसेरों में मिलेगा गरम पानी, नाश्ते की भी होगी व्यवस्था
बेघरों और रात को खुले में सोने वालों को सर्दी से बचाने के लिए नगर निगम खास इंतजाम कर रहा है। इस बार स्थायी रैन बसेरों में बीमार लोगों को गरम पानी और दवाइयों की भी व्यवस्था होगी।
संदीप रतन, गुरुग्राम
बेघरों और रात को खुले में सोने वालों को सर्दी से बचाने के लिए नगर निगम खास इंतजाम कर रहा है। इस बार स्थायी रैन बसेरों में बीमार लोगों को गरम पानी और दवाइयों की भी व्यवस्था होगी। गरम पानी के लिए स्थायी रैन बसेरों में नगर निगम गीजर लगवाएगा। इसके साथ ही चाय व नाश्ता भी दिया जाएगा।
नगर निगम में शेल्टर मैनेजमेंट कमेटी की तीन दिन पहले हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि 15 नवंबर से पहले सभी रैन बसेरों को दुरुस्त कर दिया जाए ताकि बेघरों को इन बसेरों में ठहरने के दौरान कोई परेशानी न हो। बता दें कि रात का पारा 10.0 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है और काफी बेघर लोग सर्दी में बाहर खुले में सोने का मजबूर हैं। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि शहर में दस जगहो पर रैन बसेरों की सुविधा है। इन सभी जगहों पर जो भी कमियां हैं, उनको जल्द दूर कर दिया जाएगा। इन जगहों पर बने हैं रैन बसेरे
शहर में पांच जगह स्थायी रैन बसेरे हैं। भीम नगर और कन्हैई में स्थायी रैन बसेरे बने हुए हैं। इन दोनों जगहों पर गरम पानी मुहैया कराने के लिए गीजर लगाए जाएंगे। इसके अलावा कादीपुर में स्थायी रैन बसेरा है। नगर निगम इसकी चारदीवारी करने का एस्टीमेट तैयार कर रहा है। बिजली मीटर भी लगवाया जाएगा। इसके आसपास अतिक्रमण की समस्या को दूर किया जाएगा। बादशाहपुर रैन बसेरे में अतिक्रमण हटाकर चारदीवारी का निर्माण होगा। अन्य पांच जगहों शीतला माता मंदिर, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सोहना चौक, राजीव चौक और इफको चौक पर पोर्टा केबिन में अस्थायी रैन बसेरे बने हैं। प्राथमिक उपचार किट मिलेगी, थर्मल स्कैनिग होगी
रैन बसेरों में ठहरने वाले लोगों के लिए निगम की स्वास्थ्य शाखा की ओर से प्राथमिक उपचार किट उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा बीच-बीच में स्वास्थ्य टीम द्वारा चेकअप भी किया जाएगा, ताकि बीमार लोगों की मदद हो सके। कोरोना संक्रमण के चलते रैन बसेरों में प्रवेश से पहले थर्मल स्कैनिग करने की भी तैयारी की जा रही है। 15 नवंबर से पहले सभी दस रैन बसेरों को ठहरने के लिए तैयार कर दिया जाएगा। प्रत्येक रैन बसेरे में सुविधा देने के लिए एक-एक जेई की ड़्यूटी लगा दी गई है।
डा. विजयपाल, उप निगम आयुक्त।