ग्रीन बेल्ट में नहीं लगा सकेंगे पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन
साइबर सिटी में मुख्य सड़कों के किनारे स्थित ग्रीन बेल्ट में पेट्रोल पंप, सीएनजी और पीएनजी स्टेशन लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शहर में काफी ऐसे पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन के ग्रीन बेल्ट में होने व इनका प्रवेश और निकास द्वार मुख्य सड़कों पर होने के कारण सड़कों पर रोजाना लंबा जाम लग रहा है। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) द्वारा इसके लिए सीएलयू (भूमि उपयोग परिवर्तन) की परमिशन नहीं दी जाएगी। इस संबंध में 23 जुलाई को जीएमडीए कार्यालय में बैठक भी हो चुकी है। खास बात यह है कि अब पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग से भी परमिशन लेनी होगी।
संदीप रतन, गुरुग्राम
साइबर सिटी में मुख्य सड़कों के किनारे स्थित ग्रीन बेल्ट में पेट्रोल पंप, सीएनजी और पीएनजी स्टेशन लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शहर में काफी ऐसे पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन के ग्रीन बेल्ट में होने व इनका प्रवेश और निकास द्वार मुख्य सड़कों पर होने के कारण सड़कों पर रोजाना लंबा जाम लग रहा है। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) द्वारा इसके लिए सीएलयू (भूमि उपयोग परिवर्तन) की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस संबंध में 23 जुलाई को जीएमडीए कार्यालय में बैठक भी हो चुकी है। खास बात यह है कि अब पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग से भी अनुमति लेनी होगी। सर्विस रोड के नजदीक ही मिलेगी अनुमति
सर्विस रोड पर ही पेट्रोल पंप या गैस स्टेशन लगाने की अनुमति होगी ताकि मुख्य सड़क तक वाहनों की कतार ना लगे। पेट्रोल पंपों पर खासतौर से इतनी भीड़ नहीं होती है, लेकिन गैस स्टेशनों पर ज्यादातर समय मेन सड़क वाहन अपनी बारी का इंतजार करते हैं। इस कारण मुख्य सड़क पर वाहनों को निकलने के लिए जगह नहीं बचती है और जाम लगने से लोग घंटों तक परेशान होते हैं। शहर में हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक सड़क पर भी एक गैस स्टेशन पर ट्रैफिक जाम लगता है। इसके अलावा झाड़सा चौक व दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे के नजदीक सर्विस लेन पर स्थित एक गैस स्टेशन पर वाहनों की भीड़ के कारण सर्विस लेन पूरी तरह जाम हो जाती है। कैब और ऑटो में ज्यादा इस्तेमाल
वैसे तो पूरे एनसीआर में प्राइवेट गाड़ियों में भी सीएनजी का इस्तेमाल बढ़ रहा है, लेकिन कैब व ऑटो में सीएनजी का ही उपयोग हो रहा है। शहर में गैस स्टेशन कम हैं और वाहनों की संख्या ज्यादा होने के कारण स्टेशनों पर ट्रैफिक लोड बढ़ रहा है। ऐसे में नए गैस स्टेशन भी खोलने की जरूरत है।