पिता-पुत्री बने एक दूसरे की प्रेरणा, एक साथ पास की सिविल सर्विसेज की प्रारंभिक परीक्षा
पिता ने अपनी सफलता का श्रेय पुत्री को दिया। वहीं सुकृति का कहना था कि पिता ने हमेशा से एक सपना देखा था कि उनकी बेटी सिविल सर्विसेज में जाए।
गुरुग्राम, जेएनएन। हरियाणा लोक सेवा आयोग (न्यायिक वर्ग )की प्रारंभिक परीक्षा में पिता-पुत्री ने एक साथ परीक्षा दी और सफलता पाई। इस परीक्षा के पहले प्रयास में महेंद्रगढ़ के मेई गांव के निवासी पचास वर्षीय केके यादव व उनकी पुत्री सुकृति कुमार ने एक साथ सफलता पाई।
पिता ने पुत्री को दिया सफलता का श्रेय
इन दिनों केके यादव फरुखनगर नगर पालिका के सचिव का कामकाज संभाल रहे हैं। पिता ने अपनी सफलता का श्रेय पुत्री को दिया। वहीं सुकृति का कहना था कि पिता ने हमेशा से एक सपना देखा था कि उनकी बेटी सिविल सर्विसेज में जाए।
जी तोड़ मेहनत से मिली सफलता
पिता का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की। केके यादव पहले एयरफोर्स में थे। रिटायर होने के बाद उन्होंने हरियाणा निकाय विभाग में एक्स सर्विस मैन कोटे से नियुक्ति पाई थी।
फरुखनगर नगरपालिका में बतौर सचिव कार्यरत
मौजूदा समय में वे फरुखनगर नगरपालिका में बतौर सचिव कार्यरत हैं। हरियाणा लोक सेवा आयोग (न्यायिक वर्ग ) की प्रारंभिक परीक्षा में भी वे एक्स सर्विस मैन कोटे से बैठे थे।
दोनों का पहला प्रयास
सुकृति बीकॉम व एलएलबी ऑनर्स करने के बाद ज्यूडीशियल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी। दोनों का यह पहला प्रयास था। उनका मानना है कि अभी आगे की डगर भी बहुत लंबी है ऐसे में वे और कठिन परिश्रम करेंगे।
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