थाली, ढोल बजाकर रोक सकते हैं टिड्डी दल को
राजस्थान कई जिलों में टिड्डी दल के हमले को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन सतर्क हो गया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राजस्थान समेत आस-पास के राज्यों में टिड्डी दल के हमले को देखते हुए गुरुग्राम प्रशासन सतर्क हो गया है। कुछ पलों में पौधे को चट कर जाने वाली टिड्डी से फसलों को बचाने के लिए कृषि एवं कल्याण विभाग ने किसानों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि अगर खेत में टिड्डी दल दिखाई दे तो वे थाली, ढोल, नगाड़े व खाली पीपे की आवाज करके उन्हें फसलों पर बैठने से रोक सकते हैं। प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबरों पर अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं। वहीं कृषि विभाग ने टैंकरों से कीटनाशक का छिड़काव कर टिड्डी दल को मारने की तैयार कर ली है। हालांकि यह बताया जा रहा कि टिड्डी दल ने पहले के मुताबिक रास्ता बदल दिया है। उनका मुड़ाव धौलपुर की ओर हो गया है।
जागरूकता अभियान चलाने और निगरानी रखने के लिए जिलास्तरीय व ब्लॉकस्तरीय नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। टिड्डी दल को फसलों पर बैठने से रोकने के लिए किसानों को दवा का छिड़काव करने के बारे जानकारी दी जा रही है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। देखने में आया है कि टिड्डी दल सुबह 10 बजे के बाद ही अपना डेरा बदलता है। इसे समय रहते नियंत्रण में करना जरूरी है। टिड्डी दल फसलों को नष्ट कर देता है। कीटनाशकों का प्रयोग करके इन्हें रोका जा सकता है।
किसान क्लब के अध्यक्ष राव मान सिंह ने बताया किसानों को चाहिए कि वे कीटनाशक का स्प्रे टिड्डी दल के ठहराव के समय ही करें और हवा की दिशा से 90 डिग्री में चलते हुए हवा की दिशा में स्प्रे करते चलें। इन नंबरों पर दे व ले सकते हैं जानकारी सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी - 9416212838
उपमंडल कृषि अधिकारी- 9416424053
तकनीकी सहायक- 7988786810 ब्लॉकस्तरीय नोडल अधिकारी गुरुग्राम- बाबू लाल- 9810354212 सोहना- अरुण सोलंकी- 8076706893 फरुखनगर- नरेंद्र यादव- 9813153556 पटौदी- तेज सिंह- 9466282817