उद्योगों में पटरी पर कामकाज लौटने की उम्मीद
पिछले लगभग एक माह से वायु प्रदूषण को लेकर प्रतिबंध की मार झेल रही इंडस्ट्री को अब राहत मिल गई है।
जागरण संवादाता, गुरुग्राम: पिछले लगभग एक माह से वायु प्रदूषण को लेकर प्रतिबंध की मार झेल रही इंडस्ट्री को अब राहत मिल गई है। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) द्वारा कोयला आधारित और गैर पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) बॉयलर के संचालन पर प्रतिबंध को आगे नहीं बढ़ाया। इससे उद्योग जगत राहत की सांस ले रहा है। उद्यमियों का कहना है कि इससे औद्योगिक कामकाज जल्द पटरी पर लौटने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने के बाद ईपीसीए द्वारा औद्योगिक इकाइयों में जनरेटर चलाने को प्रतिबंधित कर दिया गया था। जिससे औद्योगिक कामकाज और उत्पादन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा। गुरुग्राम के उद्योगों 24 घंटे बिजली नहीं मिल रही है। रोजाना अघोषित बिजली कटौती के कारण उद्योगों को काफी दिक्कत होती है। ऐसी स्थिति में जनरेटर चलाने पर रोक से औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन काफी घट गया। इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव गारमेंट, ऑटोमोबाइल, लेदर, इंजीनियरिग, प्रिटिग और डाईंग जैसी औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन पर पड़ा।
गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के महासचिव दीपक मैनी का कहना है कि प्रतिबंध के कारण जो भी ऑर्डर उद्योगों को मिले थे उसे पूरा करने के काफी देरी हो चुकी है। इन ऑर्डर को पूरा करने के लिए दिन-रात काम करना होगा। समय से काम पूरा करना और माल को क्लाइंट तक भेजना उद्योगों को लिए बड़ी चुनौती है। गुड़गांव उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि उम्मीद है कि अब वायु प्रदूषण के स्तर पर कमी जारी रहेगी। यदि यह फिर से बढ़ा तो दिक्कत हो सकती है।
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कंस्ट्रक्शन कार्य भी जल्द होगा शुरू
बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण ईपीसीए द्वारा दिल्ली-एनसीआर में कंस्ट्रक्शन के कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिससे सोहना रोड चल रहे फ्लाईओवर और हीरो होंडा चौक पर फ्लाईओवर के मरम्मत का कार्य बंद कर दिया गया था। इसके जल्द ही शुरू होने की संभावना है।