'बुलंद आवाज' के जरिये पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रहे कुलदीप
'बुलंद आवाज' संस्था के जरिए साइबर सिटी ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी कुलदीप ¨सह पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। वह लोगों को इस बात का एहसास करा रहे हैं कि पेड़-पौधे हमारे जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण है। इसका सकारात्मक असर भी दिखाई दे रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: 'बुलंद आवाज' संस्था के जरिए साइबर सिटी ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी कुलदीप ¨सह पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। वह लोगों को इस बात का एहसास करा रहे हैं कि पेड़-पौधे हमारे जीवन के लिए कितने महत्वपूर्ण है। इसका सकारात्मक असर भी दिखाई दे रहा है। अब तक इस संस्था के द्वारा गुरुग्राम सहित अन्य राज्यों में स्थित 200 से अधिक स्कूलों, कॉरपोरेट कार्यालयों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में पर्यावरण को बचाने की मुहिम के अंतर्गत शामिल किया जा चुका है। बुलंद आवाज संस्था द्वारा रद्दी कागजों को री-साइकिल कर पेंसिल व पेन बनाने का काम किया जा रहा है। वहीं गन्ने के छिलके से फाइल व फोल्डर तैयार कराया जा रहा है।
बुलंद आवाज संस्था के संस्थापक कुलदीप का कहना है कि उन्हें बचपन से ही पर्यावरण से खास लगाव रहा है। इसी वजह से उन्हें इस काम को करने में काफी मजा आता है। उन्होंने इस संस्था की स्थापना गुरुग्राम से अक्टूबर, 2015 में की थी। इनका कहना है कि देश में हर साल 82 हजार पेड़ पेंसिल बनाने के लिए काटे जाते हैं। इनसे 14 बिलियन पेंसिल बनाई जाती हैं। सिर्फ पेंसिल के लिए इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों का कटना काफी दुखद है। इसी से प्रेरित होकर कुलदीप ने ठान लिया कि वह पेड़ों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने रद्दी कागजों को री-साइकिल करा कर पेंसिल व गन्ने की छिलके से फाइल एवं फोल्डर बनवाने का काम कर रहे हैं।
बुलंद आवाज द्वारा प्लाटिक के इस्तेमाल के खिलाफ भी मुहिम चलाई जा रही है। इसके द्वारा ऐसे पेन का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 75 फीसद रद्दी कागज का इस्तेमाल हो रहा है। इस प्रकार से बने पेंसिल, पेन, फाइल और फोल्डरों की मांग विभिन्न स्कूलों, कॉरपोरेट कार्यालयों और औद्योगिक यूनिटों में होने लगा है। इससे मिलने वाले पैसों को पर्यावरण संरक्षण और गरीब बच्चों को शिक्षित करने पर खर्च किया जाता है। बुलंद आवाज संस्था द्वारा हरियाणा के अलावा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब और राजस्थान में भी पर्यावरण फ्रेंडली अभियान और उत्पाद को पहुंचाया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए इस संस्था द्वारा गुरुग्राम में 21 अप्रैल को पर्यावरण गौरव सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया था। इसमें पर्यावरण की बेहतरी करने वालों को सम्मानित किया गया था।