फसल बीमा की तर्ज पर उद्योगों के लिए भी बीमा योजना बने
देश सरकार द्वारा उद्योगों का इंश्योरेंस करने की स्कीम नहीं होने पर उद्यमियों को अपने खर्च पर ही कंपनी और फैक्ट्री का इंश्योरेंस करवाना पड़ रहा है। अभी सभी उद्यमियों ने अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों से इंश्योरेंस करवा रखा है। उद्यमियों का कहना है कि अगर सरकार की तरफ से अच्छी स्कीम लाई जाती है तो इससे अच्छा कोई कार्य नहीं होगा।
ागरण संवाददाता, मानेसर: उद्योगों की सुरक्षा को देखते हुए उद्यमियों ने सरकार द्वारा बीमा स्कीम लागू करने की मांग की है। इनका कहना है कि फसल बीमा योजना की तर्ज पर ही उद्योगों की बीमा योजना बनाई जानी चाहिए। उद्यमियों ने इस बारे में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने और समस्या से अवगत करने की तैयारी की है। आइएमटी मानेसर में उद्योग चलाने वाले उद्यमी मनोज यादव, किशोर बहलका कहना है कि अगर सरकार की तरफ से उद्योगों का बीमा कराया जाता है तो इससे उद्योग चलाने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।
इसके साथ ही नए निवेशकों को उद्योग स्थापित करने में भी आसानी होगी और नुकसान का खतरा कम रहेगा। उद्यमियों का कहना है कि सरकार ऐसी पॉलिसी बनाए जिसमें उद्योगों का बीमा किया जा सके। इससे उद्यमियों को निजी बीमा का खर्च नहीं करना पड़ेगा। अभी सरकार की तरफ से उद्योगों की बीमा के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई गई है। अभी खुद कराना होता है बीमा
औद्योगिक क्षेत्र में पिछले कुछ समय में कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं। कई कंपनियों में चोरी और कंपनी संचालकों के साथ अप्रिय घटनाएं हुई हैं। इसको देखते हुए ही यह मांग की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा उद्योगों का बीमा करने की स्कीम नहीं होने पर उद्यमियों को अपने खर्च पर ही कंपनी और फैक्ट्री का बीमा करवाना पड़ रहा है। अभी सभी उद्यमियों ने अलग-अलग बीमा कंपनियों से बीमा करवा रखा है।
उद्यमियों का कहना है कि अगर सरकार की तरफ से अच्छी स्कीम लाई जाती है तो इससे प्रदेश में नए निवेश में भी काफी बढ़ोत्तरी होगी और मौजूद उद्योगों को भी फायदा होगा।