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सादगी के साथ मनाई ईद, घरों में पढ़ी गई नमाज

ईद का त्यौहार सोमवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घरों में ही इस बार नमाज पढ़ी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 05:42 PM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 06:39 PM (IST)
सादगी के साथ मनाई ईद, घरों में पढ़ी गई नमाज
सादगी के साथ मनाई ईद, घरों में पढ़ी गई नमाज

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लॉकडाउन में ईद का त्योहार सोमवार को सादगी से मनाया गया। वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस बार ईदगाह और मस्जिदों के बजाय घरों में ही ईद की नमाज पढ़ी। मस्जिदों या ईदगाह मे उन्हीं लोगों ने नमाज पढ़ी, जो वहीं पर रहते हैं। इस बार गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने के बजाय लोगों ने दूर से ही एक-दूसरे को बधाई दी। मुस्लिम समुदाय ही नहीं बल्कि अन्य समुदाय के लोगों ने भी फोन एवं सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी।

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सोमवार सुबह से ही ईद मनाने को लेकर तैयारी शुरू हो गई थी। सात बजे के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने-अपने घरों में नमाज पढ़ी। ईद की नमाज सामूहिक रूप से पढ़ी जाती रही है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के अनुशासन का पालन करते हुए सभी ने घरों में ही नमाज पढ़ी। सोहना चौक स्थित जामा मस्जिद में इमाम जान मोहम्मद के साथ उन्हीं लोगों ने नमाज पढ़ी जो मस्जिद में रहते हैं। जमीयत उलेमा-ए-हिद के जिलाध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सलीम ने अपनी टीम के कुछ सदस्यों के साथ नमाज पढ़ी।

इमाम जान मोहम्मद ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि समुदाय के लोगों ने लॉकडाउन का सौ फीसद पालन किया। वे नमाज पढ़ने के लिए घरों से बाहर नहीं निकले। रमजान का महीना अनुशासन सिखाता है। ईद की नमाज घरों में पढ़कर सभी ने इस अनुशासन का परिचय दिया है। आगे भी जब तक कोरोना का संकट है जब तक सभी अपने घर में ही नमाज पढ़ेंगे। कहीं भी जमा होने की जरूरत नहीं है। जब माहौल सामान्य हो जाएगा फिर सभी सामूहिक रूप से नमाज पढ़ेंगे। दिन भर पुलिस रही अलर्ट

वैसे कहीं भी ज्यादा सुरक्षा बल तैनात करने की जरूरत नहीं थी। इसके बाद भी एहतियातन सभी मस्जिदों के साथ ही बाजारों व सभी मुख्य स्थानों पर दिन भर पुलिस अलर्ट रही। पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील ने कहा कि रुटीन में जैसे किसी पर्व-त्यौहार को लेकर पुलिस लगाई जाती है, वैसे ही तैनात की गई थी। बता दें कि ईद की नमाज पढ़ने के लिए अधिकतर लोग मस्जिद में या ईदगाह पर पहुंचते थे। इस वजह से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने पड़ते थे। इस बार ऐसा कुछ नहीं दिखा। मॉल, होटल, रेस्टोरेंट एवं पार्क बंद होने की वजह से लोग नमाज के बाद भी बाहर नहीं निकले और घरों में ही रहे।


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