. कि हर एक दिल में है इस ईद की खुशी
सदर बाजार से लेकर एमजी रोड और सोहना रोड के मॉल तक बाजार ईद के रंग में रंगा है। ईद की खुशियां समेटने की तैयारी है। जामा मस्जिद के पास जैसे ईद एक हफ्ते पहले ही शुरु हो गई हो। इबादतें, तिलावतें, रहमत और बरकत का पाक माह ईद की खुशियों के साथ पूरा होने वाला है। सदर बाजार और जामा मस्जिद के पास लोगों ने जमकर खरीदारी की। गुरुग्राम में मुस्लिम आबादी का बड़ा तबका मेहतनकशों का है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सदर बाजार से लेकर एमजी रोड और सोहना रोड के मॉल तक बाजार ईद के रंग में रंगे हैं। इबादतें, तिलावतें, रहमत और बरकत का पाक माह ईद की खुशियों के साथ पूरा होने वाला है।
सदर बाजार और जामा मस्जिद के पास लोगों ने ईद से पहले खरीदारियों को अंतिम रूप दिया। गुरुग्राम में मुस्लिम आबादी का बड़ा तबका मेहतनकशों का है। सदर बाजार हर अमीर गरीब की खुशियां सुनिश्चित करने के इंतजाम से लैस दिखा। चाहे कोई निम्न आय वर्ग का व्यक्ति भी अपना कुर्ता, पाजामा, टोपी, ईद, सलवार कुर्ता, हिजाब, दुपट्टा खरीद ले या फिर अच्छी आय वाला व्यक्ति किसी बड़े ब्रांड का एथनिक वियर, वर्क से सजे कुर्ते, स्टोल, कसीदाकारी और जरदोजी, मिरर वर्क से सजे हैवी सूट भी मौजूद थे।
कई किस्म की फेनी, पीली, सफेद, भूरी, बस दूध में डालते की घुल जाने वाली कीमिया और बनारसी की मिठास से जैसे बाजार महक उठा है। ईद बाजार में कई किस्म के पकवानों के लिए चीजें लेकर आई है। कीमिया और बनारसी फेनी की नई किस्में हैं, जो खूब बिक रही हैं। बाजार में खूबसूरत गोटे और कसीदाकारी से सजे हिजाब, रंगबिरंगी टोपियां, कई किस्म के महक वाले इत्र, सुरमा और नए फैशन के चमकदार सलवार कमीज, दुपट्टे, एथनिक वियर कुर्ता पाजामा, पठान सूट खरीदते लोग नगर आए।
व्यापारी और खरीदार दोनों में ही काफी उत्साह का माहौल दिखा। कई किस्म की खूबसूरत टोपियां, इत्र, सुरमे से लेकर कुरान शरीफ तक जामा मस्जिद के बाहर बिक रहा था। फेनी, मेवे, खजूर के अलावा कई तरह के फल, नमकीन, शर्बत लिए जा रहे हैं। खुशियों को साझा करने की रिवायत है जारी
बाजार में खरीदारी के लिए आई गुलरुख ने बताया कि वह अपनी भतीजी के लिए कपड़े लेने आई हैं। हमारे यहां जो बेटियां ससुराल में है, उनके लिए मायके से ईदी जाती है। जैसे ¨हदू समाज में तीज के मौके पर बेटियों को उनकी ससुराल में उपहार भेजा जाता है, उसी तरह बेटी व पूरे परिवार के लिए मिठाइयां और उपहार भेजे जाएंगे। घर में जो मेहमान ईद पर मिलने आएंगे, उनके बच्चों को भी कुछ न कुछ उपहार देना है। बच्चे पूरे साल यह उम्मीद लगाते हैं।
मेहरुन्निसा और रशीदा खातून ने कहा कि यही मौका सजने संवरने का होता है। हमलोग सूट से मै¨चग आर्टिफिशियल ज्वेलरी, बैंगिल्स और मेकअप का सामान लेने आए हैं। ड्रेस तो पहले से बनवा रखी है। बाजार में खरीदारी के लिए पहुंचे अकबर खान ने कहा कि हालांकि अभी उनकी जेब तंग है, मगर बच्चों को ईद पर नए कपड़े तो चाहिए ही। गुरुग्राम की फैक्ट्री में काम करता हूं मगर साल में एक बार खुशियों की खातिर बजट को थोड़ा बढ़ाना होता है। चाहे पूरे महीने का काम उधारी पर ही क्यों न चले। हमें ईद पर बोनस मिलना चाहिए। आयशा बेगम ने कहा कि वे परिवार के साथ अपने उत्तर प्रदेश के अपने गांव जा रहे हैं, पूरा परिवार गांव में ही रहता है। हम मिलकर ईद मनाएंगे मगर इससे पहले हमलोग यहां लोगों के लिए उपहार लेने आए हैं। ईद मीठी करने की पूरी तैयारी
जामा मस्जिद के पास फेनी के विक्रेता मोहम्मद खालिद ने बताया कि फेनी की नई किस्म बनारसी और कीमिया खूब बिक रही है। नारंगी रंग की फेनी भी लोग पसंद कर रहे हैं। रेडी टू इट यानी गर्म दूध में डालिए और सेवई तैयार, ऐसी सेवई और फेनी ज्यादा पसंद की जाती है। इसकी कीमत 100 से 180 रुपये प्रति किलो है। इसे भूनने में समय नहीं लगता यह पहले से भुना होता है। कीमिया और बनारसी किस्म की फेनी 200 से 300 रुपये की रेंज में है।
बाजार में मोगरा, मस्क, केवड़ा, गुलाब . जैसी इत्र की शीशियां 10 रुपये से 100 रुपये के बीच हैं। कंधे पर रखने वाला पठानी रुमाल भी खूब खरीदा जा रहा है।
सदर बाजार की मिठाइयों की दुकानों में भी रबड़ी, खोया और मिठाइयां लेते मुस्लिम परिवार नजर आए, खरीदारी करने लोगों ने बताया कि ईद की नमाज पढ़ने कुछ मीठा खाकर जाते हैं। ज्यादातर सिवइयां सुबह बन जाती है, और लोग खाकर आते हैं।