जिला पुस्तकालय में ई-लाइब्रेरी और एफजीडी रूम की मिलेगी सुविधा
सिविल लाइंस स्थित जिला पुस्तकालय का नवीनीकरण किया जा रहा है। विद्यार्थियों की सहूलियत के लिए पुस्तकालय में नया फर्नीचर आ गया है।
सोनिया, गुरुग्राम
सिविल लाइंस स्थित जिला पुस्तकालय का नवीनीकरण किया जा रहा है जिससे विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी। पुस्तकालय में नए फर्नीचर के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सात हजार से अधिक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा पुस्तकों को रखने के लिए 30 बुक शेल्फ भी लगाए जा रहे हैं। पहले यहां सिर्फ पंखे लगे थे, लेकिन अब हॉल में एसी लगाए गए हैं।
बता दें कि पुस्तकालय में विद्यार्थियों के साथ ही किताबों में रुचि रखने वाले लोग भी आते हैं। नई किताबें और नया इंफ्रस्ट्रक्चर पुस्तक प्रेमियों को खासा आकर्षित कर रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले भी लाइब्रेरी में आते हैं। ई-लाइब्रेरी की मदद से होगी बेहतर पढ़ाई
इस बार ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी मिल गई है। ई-लाइब्रेरी के जरिए इंटरनेट का प्रयोग कर किसी भी विषय पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हरियाणा सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) एडवाइजरी बोर्ड के क्षेत्रीय अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि अभी यहां केवल छह कंप्यूटर ही हैं। जल्द ही नए कंप्यूटर भी मंगवाए जाएंगे। एफजीडी रूम की सुविधा
पुस्तकालय में एफजीडी (फोकस ग्रुप डिस्कशन) रूम भी बनाया जा रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों को इस रूम की मदद से काफी लाभ मिलेगा। यहां पर किसी विषय को लेकर ओपन डिस्कशन किया जा सकेगा। विषय की विस्तृत जानकारी के लिए विद्यार्थी ई-लाइब्रेरी, पुस्तकों और अखबारों की मदद भी ले सकते हैं। यह ज्ञानवर्धन का एक बेहतर तरीका साबित होगा। ग्रुप डिस्कशन के दौरान सीनियर विद्यार्थी भी विभिन्न विषयों को लेकर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। जल्द ही मिलेगी कैंटीन की सुविधा
जिला पुस्तकालय में कैंटीन बनाए जाने की भी योजना बनाई जा रही है। हरियाणा सीएसआर एडवाइजरी बोर्ड के क्षेत्रीय अध्यक्ष गौरव सिंह ने बताया कि कैंटीन के अभाव में यहां पढ़ने आने वाले लोगों को चाय-कॉफी या खाना खाने के लिए बाहर जाना पड़ता है। ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए पुस्तकालय प्रांगण में ही कैंटीन बनाने की तैयारी की जा रही है। अब पुस्तकालय से पुस्तकें जारी करवानी होंगी
पुस्तकालय में पढ़ने आने वाले लोगों को पुस्तकें लेने के लिए लाइब्रेरियन से पुस्तक जारी करवानी पड़ेगी। ये पुस्तकें 15 दिन के लिए ही जारी की जाएंगी। इसके बाद वापस पुस्तकालय में जमा करवानी होंगी। पुस्तकालय में कार्यरत लोगों का कहना है कि पहले पुस्तकालय में ऐसी कोई सुविधा नहीं थी जिस कारण कई बार पुस्तकें गायब भी हो चुकी हैं। ऐसे में जब तक नया बजट जारी नहीं होता है तब तक उन पुस्तकों की जगह नई पुस्तकें नहीं आ पाती हैं।