अधूरे द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास रहने वालों को भी आस बंधी
गुरुग्राम के सुल्तानपुर में जन विकास रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से गुरुग्राम से सुल्तानपुर के रास्ते में आने वाले द्वारका एक्सप्रेस वे की सोसायटियों में रहने वाले लोगों को उम्मीद जगी है। कुंडली पलवल मानेसर एक्सप्रेस वे की तरह द्वारका एक्सप्रेस वे को अगर तेजी से पूरा किया जाए तो जाम से निजात मिलेगी। एनपीआर के गिर्द एक एक नया गुरुग्राम बसने को तैयार है। अभी तक द्वारका एक्सप्रेस वे के आस-पास बसे लोग पुराने शहर और एनएच आठ के सहारे ही काम चला रहे है। द्वारका एक्सप्रेस वे की शुरुआत के भी दस साल हो चुके हैं मगर अभी तक यह सड़क पूरी नहीं बनी।
पूनम, गुरुग्राम
गुरुग्राम के सुल्तानपुर में जन विकास रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम से गुरुग्राम से सुल्तानपुर के रास्ते में आने वाले द्वारका एक्सप्रेस-वे की सोसायटियों में रहने वाले लोगों को उम्मीद जगी है। कुंडली पलवल मानेसर एक्सप्रेस-वे की तरह द्वारका एक्सप्रेस-वे को अगर तेजी से पूरा किया जाए तो जाम से निजात मिलेगी। एनपीआर के गिर्द एक एक नया गुरुग्राम बसने को तैयार है।
अभी तक द्वारका एक्सप्रेस-वे के आस-पास बसे लोग पुराने शहर और एनएच आठ के सहारे ही काम चला रहे हैं। द्वारका एक्सप्रेस-वे की शुरुआत के भी दस साल हो चुके हैं मगर अभी तक यह सड़क पूरी नहीं बनी। सोसायटियों को मिलने वाली बुनियादी सुविधाएं सीवेज, सड़क, पेयजल की लाइन तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। गुरुग्राम के नए सेक्टर 58 से 115 तक हैं, इनमें से अधिसंख्य द्वारका एक्सप्रेस-वे यानी एनपीआर में ही आते हैं।
दिल्ली की ओर से इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। शुरुआत में दिल्ली के द्वारका से खेड़की दौला टोल तक इसकी लंबाई 18 किमी आंकी गई थी, बाद में सड़क की कुछ लंबाई गुरुग्राम की ओर बढ़ी और कुछ दिल्ली की ओ। अब यह सड़क 27.1 किलोमीटर लंबी है। हालांकि गुरुग्राम में यह सड़क लगभग 16 किमी बन गई है। इसका गुरुग्राम का हिस्सा 18 किमी का है, खेड़की दौला के पास जहां इसे नेशनल हाइवे से मिलना है, अभी निर्माण पूरा नहीं हो पाया है।
दूसरी ओर जब तक दिल्ली की ओर से यह सड़क पूरी नहीं हो जाती दिल्ली से गुरुग्राम का एक अतिरिक्त एक्सप्रेस-वे नहीं कहा जा सकता। सड़क का निर्माण से जगह ऊंची हो गई है और कई हाईटेंशन लाइन बिजली की लाइन इस सड़क से गुजरती है, जो भारी वाहन गुजरने पर बिजली के तार उसे छू सकते हैं, इसलिए काफी पहले लगाई गई बिजली की लाइनों को शिफ्ट किया जा रहा है।
दस सालों में रियल एस्टेट के मामले में द्वारका एक्सप्रेस-वे उन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ जिन्हें घर की जरूरत थी। 172 ग्रुप रिहायशी ग्रुप हाउ¨सग सोसायटियों में बहुत सारी बन चुकी है। इसके अलावा व्यवसायिक प्रोजेक्ट भी इस ओर कई हैं। इनमें लगभग 52 सोसायटियों में लगभग एक लाख लोग रहने लगे हैं मगर उनके लिए सीवेज लाइन, पेयजल की लाइन नहीं डाली गई। भीतरी सड़कें नहीं बनी है। प्रधानमंत्री का इस ओर आना लोगों को आस बंधा रहा है कि शायद एनपीआ को चालू किए जाने में तेजी आए।
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लोगों ने कहा
हमें उम्मीद है कि द्वारका एक्सप्रेस-वे भी जल्द चालू हो जाएगा और हमें इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधित बुनियादी सुविधाएं मिल जाएगी। अभी तक जिस गति से काम हो रहा है हमलोग काफी निराश हैं।
- हेमंत कुमार पाल, बीपीटीपी पार्क, सेक्टर 37 डी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंडली पलवल मानेसर एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन से हमलोग आशान्वित हैं कि हमलोगों की समस्या पर भी प्रशासन ध्यान देगा। अभी प्रधानमंत्री के आने की सूचना से ही हमारी सीवेज लाइन डालने का काम शुरू हुआ है।
- सुनील ¨सह, पार्क जेनेरेशन सेक्टर 37 डी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पहले खराब पड़े बसई रोड का निर्माण फटाफट किया गया। द्वारका एक्सप्रेस-वे के मामले में पिछले दस सालों में हम निराश ही हुए है। इसका निर्माण भी शीघ्र होना चाहिए।
- याशीश यादव, एनपीआर आरडब्ल्यूए एसोसिएशन सरकार को द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण शीघ्र करा देती और सोसायटियों को बुनियादी सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध करा देती तब भी एनएच आठ पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाता।
- लोकेश यादव, वाटिका इंडिपेंडेंट फ्लोर