देखरेख के अभाव में बिगड़ रहा स्टेडियम का स्वरूप
यहां के गांव खंडेवला में बनाया गया खेल स्टेडियम की इमारत देख-रेख के अभाव में जर्जर हो रही हैं। चौकीदार की नियुक्ति नहीं होने से कमरों के दरवाजों व खिड़कियों के पल्ले तक लोग उठा ले गए। यहां तक कि ईंट भी चोरी की जा रही है। इस समस्या से ग्रामीणों ने प्रशासन को अवगत कराया तो सोमवार को पीडब्ल्यूडी विभाग की एक टीम ने स्टेडियम परिसर का मुआयना किया। टीम में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट में पूरी बात लिख स्टेडियम की देख-रेख के लिए एक कर्मचारी नियुक्त करने की सिफारिश करेंगे।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: यहां के गांव खंडेवला में बनाया गया खेल स्टेडियम की इमारत देख-रेख के अभाव में जर्जर हो रही हैं। चौकीदार की नियुक्ति नहीं होने से कमरों के दरवाजों व खिड़कियों के पल्ले तक लोग उठा ले गए। यहां तक कि ईंट भी चोरी की जा रही है। इस समस्या से ग्रामीणों ने प्रशासन को अवगत कराया तो सोमवार को पीडब्ल्यूडी विभाग की एक टीम ने स्टेडियम परिसर का मुआयना किया। टीम में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि वह अपनी रिपोर्ट में पूरी बात लिख स्टेडियम की देख-रेख के लिए एक कर्मचारी नियुक्त करने की सिफारिश करेंगे।
गांव की सरपंच सूरजमुखी देवी, पूर्व शिक्षक हरीराम कौशिक, कोच नरेंद्र, प्रेमचंद आदि का कहना है कि सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम का निर्माण करीब दस सरल पहले कराया था। इसे तैयार करने में 57 लाख की रकम लगी थी। मगर चौकीदार नहीं नियुक्त होने के चलते स्टेडियम असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया। बदमाशों के रहने के चलते यहां खिलाड़ी नहीं आते हैं। ग्राम पंचायत ने संबधित विभाग के अधिकारियों के दी शिकायत में कहा है कि स्टेडियम में शौचालय, पीने का पानी, सफाई तक नहीं है। भवन के अंदर शराब की खाली बोतलें पड़ी रहती है।